हालांकि महिलाओं की स्थिति जेनिटिक और बॉयोलॉजिकल स्ट्रक्चर की वजह से पुरुषों से थोड़ी बेहतर है. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाओं में हार्मोनल और एंडोक्राइनल बदलाव देखने को मिल रहे हैं.
जो ना सिर्फ मासिक धर्म बल्कि प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है. ऐसे कई केस सामने आए हैं कि जिन महिलाओं में कोविड संक्रमण के बाद मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं सामने आई हैं उनमें कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां ज्यादा बढ़ गई हैं.
जो साफ कर देता है कि कोरोना वायरस महिलाओं के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि मासिक धर्म और प्रजनन क्षमता महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी बेहद अहम कड़ी हैं. ऐसी महिलाओं में मासिक धर्म में बदलाव ना सिर्फ चिंता का सबब है बल्कि ये महिलाओं में लंबे वक्त तक प्रभाव छोड़ने वाली बीमारियों की वजह बन सकते हैं.