लखनऊ । यूपी के नए DGP के रूप में ओपी सिंह ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। केंद्र ने रविवार को ओपी सिंह को सीआईएसएफ के डीजी के पद से रिलीव कर दिया था।
एयरपोर्ट पर हुआ DGP का स्वागत
DGP का जोरदार आज सुबह अमौसी एयरपोर्ट पर स्वागत हुआ। यहां से वह सीधे हनुमान सेतु मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की।
करीब 12 बजे वह यहां से सीएम ऑफिस पहुंचे और मुख्यमंत्री से मिलने के बाद डीपीजी का पदभार ग्रहण किया।
- हाल ही में हुई ताबड़तोड़ डकैतियों के चलते पटरी से उतरी कानून व्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।
- 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह ने 19 सितंबर 2016 को केंद्रीय औद्यागिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के डीजी का पद संभाला था।
- उत्तर प्रदेश में वह एसएसपी, डीआईजी, आईजी और एडीजी के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
- आखिरकार केंद्र सरकार ने सीआईएसएफ के प्रमुख ओपी सिंह को उनके कैडर उत्तर प्रदेश के लिए कार्यमुक्त कर दिया।
- अब वह राज्य के पुलिस महानिदेश (डीजीपी) की जिम्मेदारी संभालेंगे।
- वह पिछले साल सितंबर से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के प्रमुख की भूमिका निभा रहे थे।
- सीआईएसएफ के कामकाज की व्यवस्था में कुछ बड़े बदलावों का श्रेय उनको दिया जाता है।
- सीआईएसएफ का प्रमुख बनने से पहले वह राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे थे।
आगे बढ़कर नेतृत्व किया
- एनडीआरफ में उन्होंने कई बार अपने लोगों का आगे बढ़कर नेतृत्व किया।
- ओपी सिंह अल्मोड़ा (अब उत्तराखंड में), खीरी, बुलंदशहर, लखनऊ, इलाहाबाद और मुरादाबाद के एसएसपी रह चुके हैं।
- खीरी में उनका सबसे लंबा कार्यकाल डेढ़ वर्ष रहा।
- सबसे पहले बतौर ट्रेनी एएसपी वाराणसी में उनकी पहली नियुक्ति हुई थी।
- ओपी सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के 1983 बैच अधिकारी हैं ।
- जो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में सेवा कर रहे थे।
- उनका कार्यकाल जनवरी 2020 तक है।
- वीरता के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सजाया जाने वाले वर्तमान में एकमात्र डीजी रैंक के अधिकारी है।
- एनडीआरएफ में कुछ बेहतरीन मानक संचालन प्रक्रियाओं की शुरुआत करने के लिए श्रेय दिया गया है।
- और बड़े पैमाने के दौरान मैदान पर अपने लोगों का नेतृत्व किया है।
- नेपाल भूकंप बचाव और राहत कार्यों पिछले वर्ष उन्होंने एसपीजी, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ में पहले सेवा की थी।
- वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं और और आपदा प्रबंधन में एमबीए की डिग्री उन्हें प्राप्त है।