कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में सोमवार को जो कुछ कहा वह लफ्फाजी और जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं था और इस दौरान वह सिर्फ प्रधानमंत्री नही बल्कि प्रचारक की भूमिका में नजर आए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां एक बयान में कहा कि मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए जो कुछ कहा उसमें कुछ भी ठोस नहीं था और वह मुद्दों पर कुछ भी नहीं कह पाए।
उन्होंने 75 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों के लिए भी कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया और ना ही सीमा पर घुसपैठ कर चुके चीन को लेकर एक शब्द कह पाए। उन्होंने कहा कि मोदी आंदोलनकारी किसानों की राह में कीलें बिछाकर राज्यसभा में किसानों से कह रहे हैं कि बात करिए और आंदोलन खत्म करिए। उन्होंने मोदी पर तीखा हमला करते हुए एक कविता पढ़ी और कहा ये दाढिय़ां, ये तिलकधारियां नहीं चलतीं, हमारे अहद में मक्कारियाँ नहीं चलतीं। कबीले वालों के दिल जोडि़ए मेरे सरदार,सरों को काट के सरदारियाँ नहीं चलतीं।
कांग्रेस नेता ने मोदी के वक्तव्यों और व्यवहार में अंतर होने का आरोप लगाया और सरकार से सवाल किया कि क्या यह सही नहीं है कि सत्ता संभालते ही 12 जून 2014 को मोदी सरकार ने राज्यों द्वारा समर्थन मूल्य के ऊपर दिए जा रहे 150 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस बंद करवा है। क्या यह सही नहीं है कि सरकार ने फरवरी 2015 में उच्चतम न्यायालय में एक शपथ पत्र देकर कहा कि किसानों को अगर लागत के अलावा 50 प्रतिशत से अधिक समर्थन मूल्य दिया तो बाजार खराब हो जाएगा।