औरैया। अब भारत विकास परिषद ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शरदोत्सव प्रदर्शनी आयोजन की अनुमति नगरपालिका को दिए जाने की मांग की है। ज्ञापन में रोजगार के अवसरों के सृजन का हवाला देते हुए आसपास के जनपदों में प्रदर्शनी आयोजन की अनुमति की बात भी कही गयी है।
भारत विकास परिषद के पदाधिकारी मंगलवार को जिलामुख्यालय पहुंचे और डीएम सुनील कुमार वर्मा को इस आशय का ज्ञापन सौंपा।
समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रमेश शुक्ल ने कहा कि प्रदर्शनी स्थानीय कामगारों के लिए रोजगार के अनेक अवसरों का सृजन करती है। जनपद के अनेक शहीदों व सैनिकों ने देश की आजादी के लिए कुर्बानी दी है। प्रदर्शनी ऐसा मंच है जहां इन शहीदों और सेनानियों को श्रद्धा से याद किया जाता है। परिषद के प्रेमनारायण मिश्र ने कहा कि प्रदर्शनी,ऐतिहासिक व लोक परम्पराओं की विरासत सहेजती है। बीते करीब सात दशक से यह जनपद शरदोत्सव प्रदर्शनी एवं मेला के जरिये इस विरासत को कायम रखे है। नगर पालिका औरैया इस मेले आयोजन करती है।अब पूरे देश मे सांस्कृतिक आयोजनों की छूट शासन द्वारा दे दी गई है। अलीगढ़, हाथरस, कोंच, उरई,बुलन्दशहर समेत अनेक जनपदों में प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। ब्रजेन्द्र स्वरूप पांडेय ने कहा कि पास के जनपद इटावा में कुछ दिन पूर्व प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जा चुका है।
इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन नगरपालिका को इस हेतु अनुमति नहीं दे रहा है। डीएम से अपेक्षा की गई है कि जनहित में पालिका को इस आयोजन हेतु अनुमति दी जाय जिससे जनपद लोग लाभान्वित हो सकें। मालूम हो कि इससे पहले जिला बार एसोसिएशन, भारत प्रेरणा मंच, पूर्व सैनिक कल्याण समिति, व्यापार मंडल आदि संस्थाए भी ज्ञापन देकर अनुमति दिए जाने की मांग जिलाधिकारी से कर चुकी हैं। चौरी चौरा शताब्दी समारोह में प्रभारी मंत्री जय कुमार सिंह जैकी के संज्ञान में भी यह बात लायी गयी थी और मंत्री ने जिलाधिकारी से कार्यवाही करने को कहा था।
इसके बावजूद जिलाप्रशासन सिर्फ आश्वासन ही दे रहा है। जनपद वासियों का कहना है कि परम्परानुसार यह आयोजन शरदकाल में ही होता है। प्रशासन की टालमटोल के चलते शरद ऋतु का समय निकल रहा है। जिलाधिकारी से तत्काल नगरपालिका को आयोजन की अनुमति देने की मांग जनपदवासियों ने की है। ज्ञापन देने वालों में के.के. दुबे, प्रभाष चौधरी आदि पदाधिकारी शामिल थे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर