कोरोना वैक्सीन निर्मांण से आत्मनिर्भर भारत अभियान को प्रतिष्ठा मिली है। दुनिया ने भारतीय वैज्ञानिकों का अभिनन्दन किया। इसके माध्यम से सर्वे भवन्तु सुखिनःके भारतीय चिंतन का उद्घोष हुआ। इसकी तुलना श्री हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने के प्रसंग से की गई। ऐसा कहने वालों में ब्राजील के राष्ट्रपति भी शामिल थे। सैकड़ों देशों ने इसके लिए भारत के समक्ष लाइन लगाई। भारत में वैक्सीनेशन का कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज्योतिबा फुले जयन्ती से लेकर डॉ आंबेडकर की जयन्ती तक टीका उत्सव मनाए जाने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को टीका उत्सव का सफल आयोजन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।इसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों का कोविड टीकाकरण कराया जाएगा। योगी आदित्यनाथ स्वयं वेबिनार के माध्यम से समस्त नगर निगमों के महापौर एवं पार्षदों के साथ कोविड टीकाकरण के सम्बन्ध में संवाद करेंगे। इसके लिए तैयारी की जा रही है। इसके अलावा कोविड टीकाकरण के सम्बन्ध में राज्यपाल की राजनैतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक प्रस्तावित है। इसकी व्यवस्था के भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना जांच सुविधाओं का त्वरित विस्तार किया। शुरुआत में जांच के लिए सक्षम एक भी प्रयोगशाला नहीं थी। प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि का कार्य मिशन मोड पर किया। इसके परिणामस्वरूप आज प्रदेश में कोविड जांच की सुविधा सरकारी क्षेत्र की सवा सौ तथा निजी क्षेत्र की सौ से अधिक प्रयोगशालाओं में उपलब्ध है। प्रदेश में प्रतिदिन दो लाख टेस्ट करने की क्षमता है। सभी जनपदों में कोविड रोगियों के उपचार के लिए वेण्टीलेटर युक्त बेड की सुविधा उपलब्ध है।
11 अप्रैल यानि ज्योतिबा फुले जी की जन्म-जयंती से लेकर 14 अप्रैल, बाबासाहेब की जन्म-जयंती के बीच हम सभी 'टीका उत्सव' मनाएं।
एक विशेष अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा Eligible लोगों को वैक्सीनेट करें। pic.twitter.com/Xk6V9z1ECZ
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2021
बेहतर कोविड प्रबन्धन के लिए प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर संचालित है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा व्यापक स्तर पर बचाव के बारे में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में उनसठ हजार तथा नगरीय क्षेत्रों में चौदह हजार निगरानी समितियां क्रियाशील हैं।
राज्य सरकार कोविड वैक्सीनेशन पर विशेष बल दे रही है। अब तक अस्सी लाख से अधिक व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन की डोज़ लगायी जा चुकी है।