लखनऊ- राजधानी के इटौंजा थानाक्षेत्र मे एक व्यापारी का शव गाँव के बाहर एक विरान पड़े एक निर्माणाधीन रेलवे कालोनी के किचन की खिड़की से लटकता पाया गया । व्यापारी के दोनों हाथ पीछे से तरफ बंधे हुये थे जिससे मृतक के भाई ने अज्ञात बदमाशो के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुये पुलिस को तहरीर दिया है । बक़ौल इटौंजा प्रभारी मामले की पड़ताल की जा रही है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नेवादा गांव निवासी रामबाबू यादव (39) बीती रात अपने पत्नी से जल्द ही लौट कर वापस आने की बात कह कर निकले थे परंतु लौट के नहीं आए । परिजनो ने तलाश किया तो गाँव के बाहर एक विरान पड़े एक निर्माणाधीन रेलवे कालोनी के किचन की खिड़की से लटकता मिला । रामबाबू अपनी पत्नी पत्नी रामदेवी व तीन बच्चे क्रमशः अंकित अमित व कमल के साथ रहते थे। रामबाबू की नेवादा सीतापुर रोड स्थित सरिया सीमेंट की दुकान चला अपना जीवन यापन करते थे ।
मृतक की पत्नी ने बताया की देर रात तक जब रामबाबू वापस नहीं आए तो उनका फोन मिलाया गया । फोन स्विच ऑफ बता रहा था जिससे आसपास अपने स्तर से खोजबीन शुरू की गयी । तभी पता चला कि गांव के बाहर निर्माणाधीन रेलवे कालोनी के किचन की खिड़की से रामबाबू लाश लटक रही है। मृतक के भाई नीरज ने बताया की रामबाबू शव रस्सी के सहारे लटक रहा था जिससे दोनों हाथ पीछे के तरफ बंधे हुये थे । कोई भी व्यक्ति अपने हाथ बांध कर फांसी कैसे लगा सकता है इस बावत नीरज ने हत्या का आरोप लगते हुये पुलिस को तहरीर दिया है ।
बक़ौल इंस्पेक्टर इटौंजा मृतक की लाश की स्थिति हत्या के तरफ इशारा कर रहे है परंतु मौत की असली वजह पोस्टमार्ट्म रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा ।