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सरकार की संवेदनहीनता से लगातार बढ़ रहा कोरोना का प्रकोप: अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की संवेदनहीनता से कोरोना महामारी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। लोग बेमौत मर रहे हैं, श्मसान घाटों में शवों की कतारें लग रही हैं। कोरोना के अलावा अन्य गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को भी इलाज नहीं मिल रहा है। अस्पतालों में भी बेड, दवाइयों का टोंटा है। हर तरफ अव्यवस्था है और आपदा को अवसर बना जेब भरने में लगे सत्ता संरक्षितों के अलावा अपराधियों के भी पौ बारह हैं।

भाजपा सरकार में न स्वास्थ्य की सुरक्षा है और नहीं जानमाल की। सरकार अपनी नाकामियों की वजह से दूसरों की जान जोखिम में अवश्य डाल रही है। अस्पतालों में आक्सीजन और वेंटीलेटर की भी कमी है। डाक्टर भी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। इस बार व्यवस्था और उपचार के नाम पर शासन-प्रशासन के हाथपांव फूले हैं। जिन्हें महामारी से बचाव तथा प्रबंधन का काम सौपा गया है वे खुद अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। न उनके फोन उठते है, न वे समय से मरीजों की देखभाल करते हैं।

अजीब हाल है कि कानपुर में कोरोना संक्रमितों से भी चुनाव ड्यूटी कराई गई है। किसी ने दो दिन तो किसी ने चार दिन काम किया। इस लापरवाही से गांवों में संक्रमण फैल रहा है। एक ही दिन में इटावा में विधायक समेत 19 लोग संक्रमित मिले है। मेरठ में जिला उद्यान अधिकारी सहित चार लोगों की मौत हुई। गोरखपुर में 10 मरे जबकि एक दिन में 572 नए केस मिले। वाराणसी में 1376 कानपुर में 1274 नए केस एक दिन मे मिले। लखनऊ में तो सारे रिकार्ड टूट गए। राजधानी में सबसे ज्यादा 5433 नए मरीज एक दिन में मिले। अब तक कुल 1,22,118 मामले आए जिनमें 1384 मौंते हुई है।

शर्मनाक और अमानवीय तो यह है कि मृतकों के अंतिम संस्कार में भी वसूली की शिकायते आने लगी है। लकड़ी के नाम पर लूट तो थम ही नहीं रही है। मेरठ के सूरज कुण्ड श्मसान घाट पर संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए 1500 रूपये तक की वसूली की जा रही है। मुंहमांगी रकम न देने पर शवदाह करने से इंकार किया जा रहा है। राजधानी लखनऊ में भी ऐसे ही हालातों की शिकायत उच्चस्तर तक की गई है।

जब प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की चीज ही नहीं रह गई है तो अपराधिक गतिविधियों में तेजी आना स्वाभाविक है। नाइट कफ्र्यू के दौरान भी लखनऊ में चोरियां होती रही, अपराधियों ने हत्या, लूट में भी कसर नहीं छोड़ी। लखनऊ के हसनगंज क्षेत्र में मोबाइल की दुकान का शटर काटकर चोरो ने लम्बा हाथ मारा। कैसरबाग में एयरटेल के स्टोर में और सरोजनीनगर में सचिवालय कर्मी के घर चोरियां हो गई। लूट, हत्या के मामले तो कभी थमे ही नहीं। महिलाओं और बच्चियों को जितना अपमानित और दुष्कर्म का शिकार भाजपा सरकार में होना पड़ा उतना पहले कभी नहीं होना पड़ा था।

आज जो संकट गहराया है, उसके पीछे भाजपा सरकार की घटिया मानसिकता और समाजवादी पार्टी के कामों के प्रति विद्वेष भावना भी जिम्मेदार है। जो एम्बूलेंस सेवा, स्वास्थ्य सेवाएं, नए अस्पताल आदि की व्यवस्था समाजवादी पार्टी की सरकार में हुई थी भाजपा की सरकार बनते ही उनको बर्बाद करने का काम शुरू किया गया। भाजपा ने गरीबों, मरीजों की तरफ देखा नही, वह सिर्फ सत्ता के लिए चुनाव जिताने-हराने में ही लगी रही है। मुख्यमंत्री जी बाहर बड़ी-बड़ी डींगे मारते रहे, प्रदेश में तो बस हर तरफ जान बचाओ की गुहार है पर कोई सुनने वाला नहीं।

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