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सीमा बिस्ला ने Tokyo Olympic के लिए क्वालीफाई किया, ऐसा करने वाली चौथी पहलवान

सीमा बिस्ला टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली भारत की चौथी महिला पहलवान बन गई जिसने विश्व ओलंपिक क्वालीफायर के 50 किलोवर्ग के फाइनल में जगह बनाई जबकि सुमित मलिक को घुटने की चोट के कारण फाइनल से पीछे हटकर रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा।

सीमा बिसला ने कटाया टोक्यो ओलंपिक का टिकट (फोटो-सीमा बिस्ला इंस्टाग्राम)

भारत की निशा और पूजा बाहर ओलंपिक क्वालीफायर से बाहर हो गई थी। सीमा ने 50 किग्रा में सेमीफाइनल तक के सफर में दो ही अंक गंवाए हैं। पोलैंड की अन्ना लुकासियाक के खिलाफ बेहतर रोमांचक जीत हासिल करते हुए फाइनल में जगह पक्की कर ली।

हाल ही में अलमाटी में एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली सीमा ने बेलारूस की अनास्तासिया यानोतावा को 8-0 से हराया। उन्होंने स्वीडन की एम्मा जोन्ना डेनाइस को 43 सेकेंड बाकी रहते मात दी। निशा (68 किग्रा) को क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया की मिमि रिस्तोवा ने तकनीकी कौशल के आधार पर हराया। निशा ने पहले दौर में पोलैंड की नतालिया इवोना को मात दी थी।

वहीं, पूजा 76 किग्रा में लिथुआनिया की कामिले जी से 3-4 से हार गईं। भारत की विनेश (53 किग्रा), अंशु मलिक (57 किग्रा) और सोनम मलिक (62 किग्रा) ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। पुरुषों के फ्री स्टाइल वर्ग में सुमित मलिक ने 125 किग्रा के फाइनल में क्वालीफाई किया। वह रूस के सर्जेइ कोजीरेव से खेलेंगे।

भारत के स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी जी साथियान अपने पहले ओलंपिक के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहते और उन्होंने सरकार से टोक्यो खेलों में इस्तेमाल होने वाली टेबल मुहैया कराने का अनुरोध किया है।साथियान ने मार्च में दोहा में एशियाई ओलंपिक खेल क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में जीत दर्ज करके ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।

 seema bisla

उन्होंने कहा, ‘मैं कोशिश कर रहा हूं कि ओलंपिक में इस्तेमाल होने वाली टेबल टेनिस की टेबल मिल जाए। इससे तैयारी और मजबूत होगी। मैं सान ई डब्ल्यू एडवांस टेबल चाहता हूं क्योंकि वही ओलंपिक में इस्तेमाल होगी। मैंने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) को प्रस्ताव दे दिया है। यह टेबल किसी प्रतिस्पर्धा में इस्तेमाल नहीं की गई है।’

उन्होंने कहा, ‘हम तकनीकी पहलू पर काम कर रहे हैं। मैं स्पीड अभ्यास में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं लेकिन अपने स्ट्रोक्स में और दम खम लाना होगा। उस पर मेहनत जारी है। मैं विविधता पर काम कर रहा हूं। इससे ओलंपिक के लिए तैयारी और मजबूत होगी।’दुनिया भर में यात्रा प्रतिबंधों के कारण वह चेन्नई में ही अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम चेन्नई में कुछ अभ्यास मैच खेलते हैं। भारतीय टीम के लिए छोटा शिविर लगाने की योजना भी है जिसमें शरत कमल होंगे। हालात सुधरने पर यह संभव होगा।’

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