कोविड पीड़ितों व उनके परिजनों को इस समय बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इनकी सुविधा के लिए इंटीग्रेटेड कोविड़ कमांड का प्रभावी रूप से संचालन अपरिहार्य है। पीड़ित व्यक्ति व उनके परिजन शारीरिक व मानसिक रूप से भी व्यथित रहते है। ऐसे में उनको उपचार के संबन्ध में एक ही स्थान से जानकारी व उसके अनुरूप उपचार की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। इंटीग्रेटेड कमांड का यही उद्देश्य भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं व्यवस्था का जायजा ले रहे है।
मुख्यमंत्री भी इस दिशा में प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज में किसी तरह की कमी नहीं होने दी जा रही है। इसका जायजा लेने मुख्यमंत्री मुरादाबाद व बरेली पहुंचे थे। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री केयर फंड से मंडल में आठ और जनपद मुरादाबाद में तीन नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे।आक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से आक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। पहली लहर के समय आक्सीजन की आवश्यकता तीन सौ मीट्रिक टन थी।
अब प्रतिदिन एक हजार मीट्रिक टन की आपूर्ति की जा रही है। प्रदेश में सवा दो लाख से लेकर ढाई टेस्ट प्रतिदिन टेस्ट हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य हैं। प्रदेश की अट्ठावन हजार पंचायतों में निगरानी समिति गठित की है। सत्तानबे हजार राजस्व गांवों में पहले से ही पल्स आक्सीमीटर उपलब्ध कराया है। योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद व बरेली के एकीकृत कोविड कमांड कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने यहां कार्य कर रहे लोगों से जानकारी प्राप्त की। उन्हें अवगत कराया गया कि पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती ऑक्सीजन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने का यहां के स्तर से प्रयास किया जाता है। योगी आदित्यनाथ ने इस आपदा के मुकाबले के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने दावा किया कि पिछले आठ दिन का दौरान उत्तर प्रदेश में पैसठ हजार सक्रिय केस कम हुए हैं।मुरादाबाद के मनोहरपुर गांव पहुंच कर उन्होंने कोरोना संक्रमित लोगों से उपचार के संबन्ध में जानकारी प्राप्त की।