राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल का भारतीय संस्कृति के प्रति विशेष आग्रह रहता है। क्योंकि यह भारत की स्वभाविक प्रकृति के अनुरूप है। यहां के परिवार व समाज जीवन में मानवता का कल्याण समाहित है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में मातृ देवो भवः का उल्लेख है। अर्थात माँ का स्थान भगवान से ऊपर है।
संतान का कर्तव्य
उन्होंने कहा हम सभी केवल मातृ दिवस के अवसर पर ही मां का सम्मान न करें बल्कि मां के प्रति यह सम्मान सदैव बनाये रखें। मां की गोद बच्चे के लिये दुनिया का सबसे सुरक्षित स्थान है। अतः मां के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि हमारा देश महान संस्कृति और परम्पराओं वाला देश है, जहां लोग अपनी मां को उच्च प्राथमिकता देते हैं। हम सभी अपनी मां के प्यार,देखभाल कड़ी मेहनत और प्रेरणादायक विचारों को महसूस करते हैं। कोरोना काल में लाकडाउन के कारण हम सभी का अधिकांश समय घर पर ही मां की छांव में बीतता है। अतः बच्चों का दायित्व बनता है कि वे ऐसा कुछ करें, जिससे मां अच्छा अनुभव करे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बच्चे मां की पसंद का खाना बना सकते हैं, उनके कार्यों में मदद कर सकते हैं। उनके लिये सुन्दर सा गिफ्ट तैयार कर सकते हैं। आनंदीबेन पटेल ने मातृ दिवस के अवसर पर आम्बा फाउण्डेशन द्वारा आयोजित वेबिनार को राजभवन से सम्बोधित किया।
मातृशक्ति का योगदान
राज्यपाल ने वर्तमान परिस्थिति में मातृ शक्ति की भूमिका का उल्लेख किया। कहा कि कोविड-19 के दौरान मां की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। माताएं भी कोरोना महामारी के दौरान एक साथ रह रहे परिवार को टीम भावना के साथ कार्य करने बच्चों को उनके हुनर के हिसाब से काम करने व संकट के इस समय में धैर्य, संयम एवं साहस से कार्य करने की सीख दे सकती है। एक मां भी कोरोना वालंटियर की भूमिका में सदैव परिवार के लिये तैयार रहती है। इस दृष्टि से मातृत्व की भावना को सलाम किया जाना चाहिये।
महिलाओं की सहायता
इसके अलावा आनन्दी बेन पटेल ने वोडाफोन आइडिया फाउण्डेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा है कि प्राइवेट संस्थानों को अपने सीएसआर फंड का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, MSME एवं ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये किया जाना चाहिये। राज्यपाल ने बताया कि वोडाफोन आइडिया फाउण्डेशन द्वारा प्रदेश के पांच जिलों बनारस, गोरखपुर,लखनऊ मुरादाबाद तथा उन्नाव की महिला जेलों में उपयोगार्थ पांच मेनुअल सेनेटरी नैपकिन वैंडिंग मशीन तथा पांच सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल मशीन उपलब्ध करायी गयी है।
जिन्हे संबंधित महिला जेलों को उपलब्ध करा दिया गया है इससे उन जेलों में सजा काट रही महिलाओं को सुविधा होगी। वोडाफोन आइडिया फाउडेंशन के निदेशक पी बालाजी ने बताया कि हमारा संस्थान सत्ताईस करोड़ ग्राहकों को संचार सुविधाएं दे रहा है। कोरोना काल में Work From Home में डाटा की अधिक जरूरत होती है। अतः हमारे नेटवर्क वारियर्स रिश्क लेते हुये अधिकाधिक डाटा को पहुचांनेे के लिये कार्य कर रहे हैं।