लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने देश में बढ़ रही महंगाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि देश की जनता अपने आप को लूटा हुआ महसूस कर रही है। एक तरफ कोरोना महामारी से तो दूसरी तरफ सरकार द्वारा रोजाना महंगाई को बढ़ाकर मंहगाई ने महामारी और अर्थव्यवस्था के सबसे बुरे दौर के बीच ही आम आदमी के लिए दैनिक जीवन की जरूरतों को भी दूभर बना दिया है।
श्री सिंह ने कहा है कि केंद्र में सरकार देश के विकास के नाम पर निजीकरण करने पर तुली हुई है। मोदी सरकार देश को पूंजीपतियों के हाथों बेच रही है। जिसके बाद ऐसा अच्छे दिन आएगा कि आम जनता एक बार फिर से बड़े पूंजीपतियों की गुलाम बन जाएगी। खुद को फकीर कहने वाले पीएम मोदी झोला उठाकर दुनिया की सैर करने निकल जाएंगे। सरकार के कार्यकाल में जितनी तेजी से सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है। जल्द ही ऐसा समय आने वाला है। जब देश का गरीब तबका गरीबी और भुखमरी से मरने पर मजबूर हो जायेगा।
सरकारी संस्थानों का जब निजीकरण हो जाएगा तो पूंजीपतियों की ही मनमानी चलेगी। संवैधानिक तौर पर हमें मिले अधिकारों का हनन किया जाएगा। देश में होने वाले निजी करण पर सवाल खड़े किए हैं। सरकार ने ग्राहकों को दी जाने वाली गैस सब्सिडी भी पूरी तरह खत्म कर दी है। बिजली, पानी, स्वास्थ्य शिक्षा, सुरक्षा बैंक, दूरसंचार, रक्षा, 3 काले कृषि कानून खेती, सड़क रेल स्टेशन, पोर्ट-एअरपोर्ट, एलआईसी।
जब नागरिक की हर सुविधा का निजी करण हो रहा है। जब सब कुछ निजी करण हो रहा है तो सरकार हमसे टैक्स क्यों लेती है। सरकार कुल 26 कंपनियों के निजीकरण की तैयारी में है। भाजपा सरकार निजीकरण की आड़ में रोजगार को खत्म कर रही है। सरकारी संस्थानों का जब निजीकरण हो जाएगा तो पूंजीपतियों की ही मनमानी चलेगी। संवैधानिक तौर पर जनता को मिलेने वाले अधिकारों का सरकार हनन करने में तुली हुई है।