कोरोना वायरस का डर लोगों में इतना अधिक है कि वे तुरंत ही कुछ भी सुनकर और पढ़कर यकीन कर लेते हैं। ना सिर्फ यकीन कर रहे हैं बल्कि बताए जा रहे नुस्खों को अमल में भी लाने लगते हैं।
तरह-तरह की पुड़िया या पोटली पॉकेट में रखने के बाद अब नया ट्रेंड भाप लेने का देखने को मिल रहा है… तेजी से विश्वास फैला है कि स्टीम थेरेपी लेने से कोरोना वायरस के संक्रमण से ना सिर्फ बचा जा सकता है क्या स्टीमर वायरस को मार सकते हैं या नहीं।
कुछ परिस्थितियों में इसका जवाब हां में होगा तो कुछ का न में होगा। विलियम स्कैफनर, एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ और वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर कहते हैं कि हम आटोक्लेव में वायरस को मारने के लिए भाप का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, उस स्टीम यानी भाप का इस्तेमाल एक नियंत्रित सेटिंग में किया जाता है।
इसके अलावा अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भाप या किसी दूसरे वायरस के खिलाफ कितना प्रभावी होगा। विलियम आगे कहते हैं कि “मुझे यकीन नहीं है कि जब आप एक काउंटरटॉप, सोफे, या लकड़ी के फर्श को भाप देते हैं तो आप जिस समय-तापमान संबंधों का इस्तेमाल करेंगे, वह वायरस को मार देगा। इस पर अभी तक कोई शोध न हुआ है न ही चल रहा है लेकिन हां ये वायरस को मार सकता है।