बिधूना/औरैया। महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती पर कोतवाली बिधूना में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान व देश के लिए दिए बलिदान को याद किया गया।
हाल ही में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर प्रोन्नत हुए बिधूना के निवर्तमान क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप सिंह ने इस मौके पर भारत देश को आजाद कराने में उनके द्वारा चलाए गए आंदोलनों की चर्चा करते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान और बलिदान की विस्तृत रूप से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि हम वर्ष देश 02 अक्टूबर को गांधी जी की जयंती मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि भारत में आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन कई दशकों से चल रहा था। लेकिन इस आंदोलन में महात्मा गांधी के शामिल होने से आंदोलन को एक नई ऊर्जा मिली जिसने आंदोलनकारियों में जान फूंक दी थी।
उन्होंने बताया कि 02 अक्टूबर 1869 को गुजरात मे पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचंद गांधी ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत पर चल कर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। इसीलिए उनके सम्मान में हर साल 02 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि 1948 में उन्हें मैग्सेसे पुरस्कार मिलने से पहले उनकी हत्या हो गयी। भारत मे कुल 53 बड़ी सड़कें महात्मा गांधी के नाम पर है। यही नहीं बल्कि विदेश में भी कुल 48 सड़कों के नाम महात्मा गांधी के नाम पर है। उन्हें 5 बार नोबल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया।
इस मौके पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजेश चौहान, उपनिरीक्षक लोकेश, कस्बा इंचार्ज देशराज, रामू जादौन निर्मल शुक्ला, ऋतू चौधरी, ऋतु भारती, दीक्षा, सुनीता बब्लू यादव, सौरव, कैलाश राजपूत, विश्वनाथ, प्रेम, परवीन, जयकिशन, मनोज यादव, वीरेन्द्र चौधरी आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर