लखनऊ। सिक्ख धर्म के नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर को न तो औरंगजेब के लालच डिगा सके थे और न ही औरंगजेब के ज़ुल्मो-सितम उनको धर्म की राह से लेशमात्र भी हिला पाए थे. दिल्ली के चांदनी चौक में बना गुरुद्वारा शीश गंज साहिब ही वह शहीदी स्थल है जहाँ जालिम औरंगजेब ने गुरु तेगबहादुर के शीश को धड़ से अलग करवा दिया था और और गुरु तेग बहादुर ने धर्म की राह पर हंसते-हंसते बलिदान दे दिया था. इस वर्ष भी यूपी की राजधानी लखनऊ में प्रकाश पर्व संयुक्त कमेटी के तत्वावधान में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित एक भव्य समागम का आयोजन किया जा रहा है।
इस आयोजन के आयोजकों में से एक आयोजक मुरलीधर आहूजा को धर्म का पालन नहीं करने वाला व्यापारी बताते हुए राजधानी लखनऊ की नामचीन समाजसेविका और तेजतर्रार आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने प्रकाश पर्व संयुक्त कमेटी से सार्वजनिक अपील की है कि धर्म की राह पर शहीद होने वाले श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें प्रकाश पर्व के आयोजनों के किसी भी कार्यक्रम में धर्म के अनुसार व्यापार नहीं करने वाले मुरलीधर आहूजा को शामिल नहीं किया जाए।
गौरतलब है कि 400वें प्रकाश पर्व के भव्य समामग में चारबाग संग्रहालय में सुबह से लेकर शाम तक शबद कीर्तन, गुरबाणी विचार;संपूर्ण दिवस गुरु का अटूट लंगर;मेडिकल कैम्प;रक्तदान शिविर, विश्व विख्यात रागी जत्थे एवं कथा वाचकों के कार्यक्रम; शब्द कीर्तन गुरबाणी विचार;गुरुद्वारों में विशेष दीवान;संगतो द्वारा किए गए स्वर्ण दान से निर्मित पालकी साहब के ऊपर सोने का छत्र गुरु महाराज को चढ़ाया जाना आदि कार्यक्रम होने हैं।
एक्टिविस्ट उर्वशी ने बताया कि उनके द्वारा लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में दायर की गई एक आरटीआई के उत्तर में एलडीए के जन सूचना अधिकारी और सहायक अभियंता मानचित्र सेल ने उर्वशी को एक पत्र जारी करके बताया है कि लखनऊ की शाहनज़फ रोड स्थित प्लाट संख्या 9 बटा 7 पर किसी भी प्रकार की कोई भी बिल्डिंग बनाने के लिए कोई भी नक्शा जमा किये जानी की कोई भी सूचना नहीं है।
गौरतलब है कि शाहनज़फ रोड स्थित प्लाट संख्या 9 बटा 7 पर बनी बिल्डिंग में मुरलीधर आहूजा की रॉयल कैफ़े चेन के रॉयल कैफ़े रैस्टोरेंट, कई बैंक्विट हाल, रॉयल हट,कलर्स बाई रॉयल कैफ़े और रॉयल इन होटल नाम के कई व्यापारिक प्रतिष्ठान चल रहे हैं और एलडीए के इस आरटीआई जबाब के आधार पर ही उर्वशी ने मुरलीधर आहूजा पर निजी लाभ कमाने के लिए एलडीए से नक्शा पास कराये बिना अवैध रूप से बिल्डिंग बनाने का आरोप लगाया है।
कुछ वर्ष पूर्व नाका चारबाग के होटलों में हुए भीषण अग्निकांड की याद दिलाते हुए उर्वशी ने मुरलीधर आहुजा द्वारा अवैध रूप से बनी इस बिल्डिंग में व्यापार करके अपने निजी लाभ के लिए लोगों की जान जोखिम में डालने का गंभीर आरोप भी आहूजा पर लगाया है।
बकौल उर्वशी कोई धर्म यह नहीं कहता है कि उसके धार्मिक आयोजनों और प्रचार-प्रसार में मुरलीधर आहूजा जैसे उन व्यापारियों का तन या धन लगे जो सरकारी नियम,कायदे-कानून मानने की जगह येन-केन-प्रकारेण सरकारी तंत्र में जुगाड़ बैठा कर जनता की जान दांव पर लगाकर व्यापार कर रहे हैं और अपनी निजी साख बनाने की स्वार्थसिद्धि के लिए इस प्रकार अधार्मिक तरीके से कमाए धन का एक हिस्सा धार्मिक आयोजनों में उपस्थित होकर खर्च कर रहे हैं।
इस आधार पर उर्वशी ने प्रकाश पर्व संयुक्त कमेटी से सार्वजनिक अपील की है कि धर्म की राह पर शहीद होने वाले श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें प्रकाश पर्व के आयोजनों के किसी भी कार्यक्रम में धर्म के अनुसार व्यापार नहीं करने वाले मुरलीधर आहूजा को शामिल नहीं किया जाए।