● श्री अमृतसर साहिब और गोइंदवाल में बावली साहिब की संस्थापक थीं माता बीबी भानी जी
लखनऊ। गुरूवार को प्रात के दीवान में बीबी भानी जी का जन्मोत्सव श्री गुरू सिंह सभा गुरूद्वारा नाका हिंडोला में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री सुखमनी साहिब के पाठ के उपरांत रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह ने अपनी मधुरवाणी में शबद कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। ज्ञानी सुखदेव सिंह ने कथा व्याख्यान करते हुए बताया कि बीबी भानी जी जिन्हें माता भानी जी के नाम से भी जाना जाता है, तीसरे सिख गुरु, श्री गुरु अमर दास जी की बेटी थीं।
उन्होंने सिखी के इतिहास में एक केंद्रीय भूमिका निभाई। बीबी भानी, जो चौथे गुरु श्री राम दास की पत्नी और पांचवें गुरु श्री अर्जन देव जी की माँ थीं, का जन्म 1535 को अमृतसर के पास बसरके गिलान गाँव में हुआ था। गोइंदवाल में बावली साहिब के निर्माण में स्वैच्छिक सेवा प्रदान की और उन्होंने एक बस्ती स्थापित की जो आज श्री अमृतसर के नाम से प्रसिद्ध है।
आज बीबी भानी जी को सेवा के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है। सिख इतिहास में, उन्हें सेवा के अवतार के रूप में जाना जाता है। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया। समाप्ति के उपरांत लखनऊ गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. राजेन्द्र सिंह बग्गा जी ने समूह संगत को माता भानी जी के जन्मोत्सव की बधाई दी उसके उपरांत चाय का लंगर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।