निर्भया केस में चारो आरोपियो को डेथ वारंट जारी होने के बाद दो आरोपि विनय शर्मा और मुकेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पीटिशन दाखिल की जिसमें कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गई है। सप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए 14 जनवरी की तारीख तय की है। जबकि इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने दोषियो को फांसी की सजा सुनाई थी।
सर्वोच्च न्यायालय में क्यूरेटिव पीटिशन की सुनवाई पर पांच जजो की बेंच गठित की गई है। इस सुनवाई के लिए जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस आरएफ नरीमन, जस्टिस आर भानुमती और जस्टिस अशोक भूषण का नाम शामिल है।
सर्वोच्च न्यायालय में क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल करते समय दोषी विनय ने अपनी युवावस्था का हवाला दिया, और कहा कि कोर्ट ने इस पहलु को अनदेखा कर दिया है। विनय द्वारा याचिका में कहा गया कि सामाजिक-आर्थिक परिस्थितयों, उसके बीमार माता-पिता सहित परिवार के आश्रितों और जेल में उसके अच्छे आचरण और उसमें सुधार की गुंजाइश के बिन्दुओं पर पर्याप्त विचार नहीं किया गया है और जिसकी वजह से उसके साथ न्याय नहीं हुआ है। याचिका में 17 ऐसे मामलो का हवाला दिया गया जिसमें दोषियो की मौत की सजा उम्रकैट में बदली गई है।