न्यूयॉर्क पहुंचे विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र और अरब देशों की लीग के बीच सहयोग पर सुरक्षा परिषद की बैठक में हिस्सा लिया। यह ब्रीफिंग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की काउंसिल प्रेसिडेंसी के तहत आयोजित की गई थी। जिसकी अध्यक्षता यूएई के मंत्री खलीफा शाहीन अलमरार ने की। ब्रीफिंग के बाद श्रृंगला ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेश से यहां मुलाकात की।
यूक्रेन, अफगानिस्तान और म्यांमार सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे पर किया विचार विमर्श।
इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेश से मुलाकात की। (तथा) यूक्रेन, अफगानिस्तान और म्यांमार सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे पर विचार विमर्श किया। सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बैठक करीब एक घंटे तक चली और उन्होंने यूक्रेन की स्थिति पर भी चर्चा की।
मुलाकात के दौरान गुटेरेस ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है जिनका पूरी दुनिया में सम्मान होता है और भारत जैसे देश को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, क्योंकि मौजूदा स्थिति में यह दोनों पक्षों से सम्पर्क कर सकता है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कई बार बातचीत की है और हिंसा के बजाय कूटनीतिक बातचीत और संवाद का रास्ता अपनाने की अपील की है।
पिछले सप्ताह गुटेरेस ने कहा था कि वह चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इजरायल और तुर्की सहित तमाम देशों से संपर्क बनाए हुए हैं, ताकि इस युद्ध की समाप्ति के लिए मध्यस्थता के प्रयास किए जा सकें। सूत्रों ने बताया कि यूएन महासचिव ने रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पेट्रोलियम उत्पाद तथा खाद्य सामग्रियों पर पड़ने वाले प्रभावों पर भी चिंता जताई है, क्योंकि यदि यह संकट जारी रहता है तो कई देशों को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सूत्रों के अनुसार, गुटेरेस संयुक्त राष्ट्र में भारत की भूमिका तथा इस बात को लेकर सकारात्मक थे, कि भारत के साथ बातचीत संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए महत्वपूर्ण होगी।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी