यूपी के फ़िरोजाबाद जनपद गुरुवार को एक किशोरी बालिका बधू बनने से बच गयी.किशोरी की नानी की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और किशोरी की उम्र का प्रमाणपत्र मांगा लेकिन किशोरी कोई वैध प्रमाणपत्र न दिखा सकी जिसकी वजह से पुलिस ने शादी को रुकवाते हुए उसका चिकित्सा परीक्षण कराया है।
फ़िरोज़ाबाद जनपद के थाना नगला खंगर क्षेत्र के गांव मुबारकपुर में एक किशोरी की शादी मैनपुरी के थाना क्षेत्र के गांव रानीपुर निवासी गनेश के साथ तय हुयी थी.गुरुवार को बारात आनी थी. दोनों घरों में शादी की तैयारियां जोरों पर चल रही थीं. बारातियों की आवभगत और रिश्तेदारों के लिए खाने की तैयारियां शुरू हो गई थीं.इसी दौरान पुलिस को फोन से शिकायत मिली कि जो शादी हो रही है वह लड़की नाबालिग है लिहाजा थाना पुलिस गांव पहुंची और दुल्हन के परिजनों से शादी रोकने की बात कही।
जब ग्रामीणों ने कहा कि लड़की बालिग है और परिवार की मर्जी से शादी हो रही है.इस पर थाना पुलिस ने कहा कि हमें शिकायत मिली है कि जिस लड़की की शादी हो रही है, वह नाबालिग है.पुलिस ने लड़की का कोई भी सर्टिफिकेट दिखाने को कहा जिससे उम्र का सत्यापन हो सके लेकिन लड़की पक्ष कोई भी प्रमाणपत्र नही दिखा सका.पुलिस शादी रुकवाते हुए परिजनों से कहा कि जब तक इसकी जांच नहीं हो जाती कि लड़की बालिग या नावालिग तब तक शादी नहीं होगी. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद समारोह वाले घर में सन्नाटा पसर गया. जो रिश्तेदार आए थे वो भी रवाना होने लगे।
इस संबंध में सीओ सिरसागंज राजवीर सिंह ने बताया थाना पुलिस को दुल्हन के रिश्तेदार ने सूचना दी थी कि नाबालिग की शादी कराई जा रही है. लड़की पर उम्र प्रमाणित करने का कोई प्रमाणपत्र न होने के कारण उसका मेडिकल कराया गया है.देखने में भी लड़की नाबालिग प्रतीत हो रही है। इसके चलते शादी को रुकवाया गया है।
रिपोर्ट-मयंक शर्मा