- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, May 23, 2022
वाराणसी। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वाधान में दिनांक 24 मई से 30 मई, स्थान- रामनाथ चौधरी शोध संस्थान, सुंदरपुर रोड, नरिया वाराणसी में सायं 5: 30 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन सुनिश्चित किया गया है।
आशुतोष महाराज की साध्वी शिष्या, विश्व विख्यात भागवत भास्कर, भागवताचार्या साध्वी आस्था भारती व्यास पीठ पर सुशोभित होंगी | इसी श्रृंखला में आध्यात्मिक नगरी काशी में पहुच कर कथा व्यास जी , साध्वीजन व साधु समाज ने नगर के विभिन्न धार्मिक स्थलों का दर्शन करते हुए सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार काशी विश्वनाथ धाम का दर्शन एवम पूजन किया।
तदुपरांत राजेन्द्र घाट वाराणसी में पावन गंगा के पूजन व मंगल आरती में सम्मिलित हुईं ।राजेन्द्र घाट गंगा आरती समिति के सदस्यों ने कथा व्यास जी को वस्त्र देकर सम्मानित किया। समिति को संबोधित करते हुवे कथा व्यास जी ने कहा, गंगा नदी की आरती से समाज मे ये संदेश जाना चाहिए, हम प्रकृति का संरक्षण करें। आज भारत की नदियां प्रदूषित हो गई है ।प्रकृति तभी प्रदूषित होती है जब मनुष्य का मन प्रदूषित होती है।
मन के विकार रूपी प्रदूषण को समाप्त करने का सूत्र है श्रीमद्भागवत कथा जिसको, श्रद्धा व भावना पूर्वक श्रवण करना चाहिए। श्रीमद्भागवत महापुराण में जो सूत्र, तथ्य, निर्देश एवम संदेश निहित हैं उनको अपने जीवन के आचरण उतारें। तभी मन के विकारों रूपी प्रदूषण से मुक्त हो सकते है।
भगवान कृष्ण ने यमुना नदी के किनारे क्रीड़ा, गोवर्धन को उंगली पर उठाकर हम सब को संदेश दिया की हमे परमात्मा प्रदत्त प्राकृतिक संपत्ति को सदैव सुरक्षित करना चाहिए। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान का प्रकल्प संरक्षण के माध्यम से हजारों कार्यकर्ताओं के द्वारा नदियों की सफाई , बृक्षा रोपण कर प्रकृति संरक्षण में विशेष योदान निरंतर दे रहे है।
रिपोर्ट – जमील अख्तर