भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा बुधवार को पेश चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक की .आरबीआई ने जून माह में एक बार फिर से रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। अब रेपो रेट 4.40 प्रतिशत से बढ़कर 4.90 प्रतिशत हो गया है। बता दें कि गर्वनर शक्तिकांत दास ने आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक के बाद रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया है।
आज रिजर्व बैंक ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक का ऐलान करते हुए कच्चे तेल के लिए औसत प्राइस 105 डॉलर प्रति बैरल रखा है. अप्रैल में हुई मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए कच्चे तेल के भाव का औसत अनुमान 100 डॉलर प्रति बैरल रखा था.
आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के फैसले के बाद अब होम लोन से लेकर ऑटो लोन और एजुकेशन लोन लेना महंगा हो जाएगा। बता दें कि जिन लोगों ने पहले से ही होम लोन लिया हुआ है उनकी ईएमआई अब और महंगी हो जाएगी।
पिछले सप्ताह कोटक सिक्यॉरिटीज ने कच्चे तेल को लेकर अपने अनुमानों में बदलाव किया. ब्रोकिंग फर्म ने 2022-23 के लिए कच्चे तेल के अपने औसत अनुमान को 90 डॉलर प्रति बैरल से बढ़ाकर 105 डॉलर प्रति बैरल कर दिया है.