लखनऊ। आज विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज में रक्तदान दिवस मनाया गया। प्राचार्य डॉ धरम कौर ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से जीवन बचाने के लिए रक्तदान करने के लिए आगे आने का आह्वान किया।
डॉ. राजीव शुक्ला (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, वाणिज्य विभाग) ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन पहली बार 2005 में विश्व स्वास्थ्य संगठन, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज की संयुक्त पहल द्वारा जागरूकता बढ़ाने के लिए किया गया था। सुरक्षित रक्त और रक्त उत्पादों की आवश्यकता है, और रक्त दाताओं को उनके स्वैच्छिक, जीवन रक्षक रक्त के उपहारों के लिए धन्यवाद देना है।
रक्त और रक्त उत्पादों के आधान से हर साल लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है। यह उन रोगियों की मदद कर सकता है जो जानलेवा बीमारियों से जूझ रहा है और जीवन की उच्च गुणवत्ता के साथ लंबे समय तक जीवित रहते हैं, और जटिल चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं में मदद करते हैं। मातृ और प्रसवकालीन देखभाल में भी इसकी एक आवश्यक, जीवन रक्षक भूमिका है। अंत में डॉ. शुक्ला ने न केवल रक्तदान करने का बल्कि अपने समुदाय में रक्तदान करने के लिए जागरूकता पैदा करने का भी आह्वान किया।
डॉ. बीबी यादव (सहायक प्रोफेसर इतिहास विभाग और एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी) ने भी रक्तदान दिवस पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि कई देशों में, सुरक्षित रक्त की पर्याप्त आपूर्ति नहीं है और रक्त सेवाओं को पर्याप्त रक्त उपलब्ध कराने की चुनौती का सामना करना पड़ता है, साथ ही इसकी गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना भी। स्वैच्छिक अवैतनिक रक्तदाताओं द्वारा नियमित दान के माध्यम से ही पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है। अंत में डॉ. यादव ने कार्यक्रम में शामिल सभी प्रतिभागियों का आभार भी व्यक्त किया।