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बिधूना के युवकों की कन्नौज हादसे में मौत, दोनों युवकों ने अंतिम समय तक निभाई दोस्ती, शाम को किया जायेगा अंतिम संस्कार

बिधूना। कोतवाली क्षेत्र के गांव गूरा निवासी दो दोस्तों ने अंतिम समय तक निभायी दोस्ती। दोनों दोस्त मंगलवार की देर रात्रि कन्नौज जिले के सौरिख क्षेत्र में गयी मौसेरे भाई व गांव के एक युवक की बारात में शामिल होकर वापस घर आ रहे थे। बिधूना-सौरिख रोड़ पर एक्सप्रेस-वे के अंडरपास के पास डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी जिससे दोनोें की मौत हो गयी थी। घटना की सूचना आते ही दोनों के घरों में कोहराम मच गया। पीएम के बाद शव घर आने पर दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। 03 जुलाई को विवेक की बहन की बारात आनी थी।

क्षेत्र के गांव गूरा निवासी दो दोस्तों विवेक सिंह (23) पुत्र बृजपाल सिंह व नीलेश (26) पुत्र सुरेश सिंह ने अपने अंतिम समय तक एक-दूसरे का साथ निभाया। मंगलवार को पास के गांव तारा पुर्वा निवासी नीलेश की मौसा शिव कुमार के पुत्र अनिल व गांव के ही एक युवक अरूण की शादी थी। दोनों की बारात कन्नौज जिले के सौरिख क्षेत्र में रूपपुर व ककरहिया गांवों में गयी थी। दोनों युवक शादी समारोह में शामिल होने के लिए मंगलवार की शाम बाइक से सौरिख गये हुए थे। दोनों युवक पहले ककरहिया में अरूण की शादी में शामिल हुए बाद में रूपपुर में अनिल की शादी समारोह में शामिल होने के बाद देर रात्रि घर के लिए वापस आ रहे थे। वह बिधूना-सौरिख मार्ग पर एक्सप्रेस-वे के अंडरपास के पास पहुंचे ही थे कि तभी सामने से आ रही डीसीएम ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे विवेक की मौके पर मौत हो गयी।

वहीं नीलेश गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने विवेक को सीएचसी सौरिख व नीलेश कुमार को रिम्स सैंफई में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों युवकों की मौत सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। नीलेश की पत्नी गौरी, मां उमा देवी व विवेक की मां संतोष कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। वहीं गांव के लोग दोनों की दोस्ती की चर्चा करने में लगे हैं। उन्होंने बताया कि दोनों हमेशा साथ रहते थे। सभी काम एक साथ करते थे। जीवन के अंतिम समय मौत भी आयी तो उसमें भी उन्होंने साथ निभाया और एक साथ दुनियां को अलबिदा कहा। विवेक का कन्नौज तो नीलेश का इटावा में हो रहा पोस्टमार्टम। पीएम के बाद दोनों युवकों को शव को घर लायेगा जिसके बाद गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी नीलेश की शादी – नीलेश की 18 माह पहले बांदा निवासी गौरी सिंह के साथ शादी हुई थी। उसके पांच माह की एक पुत्री है। पत्नी व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी रोते बिलखते अब जीवन किसके सहारे गुजारेगा कहती हुई बार-बार बेहोश हो जा रही है। वहीं विवेक अभी अविवाहित था।

03 जुलाई को है विवेक की बहन की शादी – परिजनों ने बताया कि नीलेश व विवेक प्राइवेट नौकरी करते थे। बताया कि नीलेश दिल्ली जबकि विवेक सोनीपत में प्राइवेट नौकरी करते थे। गांव के ही एक युवक अरूण की मंगलवार को व 03 जुलाई को विवेक की बहन वर्षा की शादी होने के कारण विवेक 15 दिन जबकि नीलेश तीन दिन पूर्व गांव आये हुए थे। 11 दिन बाद वर्षा की शादी होने के चलते विवेक के घर में तैयारियां चल रहीं थीं। हादसे में विवेक की मौत के बाद खुशियों के घर में मातम पसर गया है।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर 

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