मध्य प्रदेश और मुंबई के बीच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जारी रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में एमपी की टीम खिताब का सूखा खत्म करने के करीब है।इस बीच पांचवें दिन मध्य प्रदेश की टीम जीत के करीब नजर आ रही है। मध्य प्रदेश की टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी अपने नाम करेगी।
जिस शहर ने भारतीय क्रिकेट टीम को पहला कप्तान कर्नल सीके नायडू, और पहला ओपनर कैपटन मुश्ताक अली दिया, वह शहर एक बार फिर क्रिकेटरों की जीत का जश्न मनाने को तैयार है। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में मध्य प्रदेश की टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी को प्रदेश में लाने वाली है।
रणजी में बहतरीन प्रदर्शन करने वाले इंदौर के खिलाड़ी है संख्या ज्यादा है। रणजी ट्रॉफी का पहला खिताब जीतने के लिए मध्य प्रदेश को जीत के लिए 108 रनों का लक्ष्य मिला है। इस स्कोर का पीछा करते हुए यश दुबे के रूप में टीम को पहला झटका लगा है।
रणजी ट्रॉफी फाइनल में यश दुबे और शुभम शर्मा के शतकों की मदद से मध्यप्रदेश की टीम बेहद मजबूत है। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 222 रन की पार्टनरशिप हुई।मुंबई ने हालांकि एमपी की बढ़त को समाप्त करने की कोशिश में दूसरी पारी की शुरुआत तेजी से की।