LUACTA अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय और महामन्त्री डॉ. अंशु केडिया ने शोध निर्देशक संबन्धी विसंगति के निवारण हेतु लखनऊ विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया कि लखनऊ विश्वविद्यालय से सहयुक्त महाविद्यालयों के स्नातक स्तर के शिक्षकों को पहली बार 2021- 2022 सत्र से शोध निर्देशक बनने का अवसर मिल रहा है.
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा 1246 रिक्त सीटों की संख्या का निर्धारण एवं विज्ञापन किया गया है,किन्तु रिक्त सीटों की संख्या के सापेक्ष किस शिक्षक को शोध कराने हेतु अर्ह माना गया और उसे कितनी सीट आबंटित हुई है, इसकी सूचना विश्वविद्यालय द्वारा नही दी गई है.
जिससे संबंधित शिक्षक, समय रहते अवगत हो सके एवं किसी भी तरह की विसंगति हेतु सूचित कर सके. 1246 रिक्त सीटों के सापेक्ष किस विषय में किन शिक्षको को सम्मिलित किया गया है और उन्हें कितनी सीटे मिलेंगी. विभागवार इससे अवगत कराने की आवश्यकता है.