विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा से शुक्रवार को मुलाकात की और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों के हितों और नीतियों के निकट समन्वय की महत्ता को रेखांकित किया। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हमने हाल के दिनों में बहुत गंभीर घटनाक्रम देखा है, खासकर 2019 में हमारी पिछली बैठक के बाद से कोरोना महामारी और चल रहे संघर्षों की मांग है कि हम इन नई चुनौतियों का समाधान करें। गौरतलब है कि जापान और भारत चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद यानी ‘क्वाड’ के सदस्य हैं, जिसमें अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं। यह एक रणनीतिक समूह है, जिसे कुछ लोग हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अहम मानते हैं।
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया है कि हमारी ‘टू प्लस टू’ बैठक के बाद प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा से बात करके खुशी हुईं। भारत और जापान के हितों एवं उनकी नीतियों के बीच निकट समन्वय के महत्व को रेखांकित किया।
जापान की यात्रा के दौरान मंत्री राजनाथ सिंह और एस. जयशंकर ने गुरुवार को जापान के अपने समकक्षों विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा और रक्षा मंत्री हमदा यासुकाजू के साथ 2+2 वार्ता में भाग लिया। जयशंकर ने ट्वीट किया हमारी 2+2 बैठक के समापन पर पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात कर खुशी हुई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उन्होंने और पीएम किशिदा ने जो विजन व्यक्त किया है, वह जल्द ही साकार हो जाएगा।
इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भारत-जापान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत की यात्रा की थी। इसके करीब पांच महीने बाद ‘टू प्लस टू’ संवाद आयोजित किया है। नई दिल्ली में शिखर वार्ता के दौरान किशिदा ने भारत में अगले पांच वर्ष तक 3,20,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की थी।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी