औरैया। जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव ने जिला स्तरीय सलाहकार समिति (डीएलआरसी) की बैठक में विभिन्न योजनाओं के सापेक्ष निस्तारित आवेदनों की समीक्षा के दौरान बैंकों द्वारा निस्तारण में रुचि न लेते हुए लंबित आवेदनों का आंकड़ा अधिक पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देश दिए कि योजनाओं में प्रेषित आवेदनों का विवरण बैंकवार तैयार कर उपलब्ध कराये, ताकि आवेदनों का निस्तारण बिना किसी आपत्ति के लंबित है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई के लिए लिखा जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि आप लोगों को जो जिम्मेदारी मिली है, उसका पूर्ण ईमानदारी से निर्वहन करते हुए जरूरतमंदों को ऋण उपलब्ध करायें। जिससे वह अपना रोजगार आदि बढ़ाकर अपना जीवन स्तर ऊपर उठा सकें और सरकार की मंशा भी पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी आवेदन में कोई प्रपत्र आदि अवशेष है तो इसके लिए कोई एक दिन निर्धारित करते हुए संबंधित आवेदकों को सूचित कर बुलाकर प्रपत्र आदि की प्रक्रिया पूर्ण कराते हुए आवेदनों का शीघ्रता से निस्तारण कर नियमानुसार ऋण स्वीकृत करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि यदि किसी ऋण आवेदन में प्रथम किस्त जारी हो चुकी है तो दूसरी, तीसरी किस्त जारी करने में मामला लंबित रहने की कोई वजह प्रतीत नहीं होती है इसलिए किस्त तत्काल जारी की जाये। आवेदनों के निस्तारण में रुचि न लेने वाले बैंक शाखा प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।
अग्रणी जिला प्रबंधक देवेंद्र सिंह ने बताया कि सभी बैंकों में कटे-फटे नोट के बदलने के संबंध में बोर्ड लगवाए जायें, जिससे ग्राहक परेशान न हो। उन्होंने कहा कि बैंकों के कार्य की समीक्षा करके ऋण आवेदन पत्रों को अधिकाधिक निस्तारित कराया जायेगा और जो बैंक कार्य में रुचि नहीं लेंगे उनके संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अब्दुल बासित, आरबीआई एलडीओ अनिल मिश्रा, विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर