बिधूना। तहसील क्षेत्र में भगवान कृष्ण की ससुराल माने जाने वाले कस्बा कुदरकोट में बुधवार को 122वां रामलीला महोत्सव शुरू हो गया है। पहले दिन मुकुट पूजन के साथ कस्बा में भगवान शिव की बरात निकाली गयी। इस दौरान बारात में कई देवी देवताओं के साथ भगवान शिव के गणों की आर्कषक झांकियां देखने को मिलीं। कस्बावासियों ने जगह-जगह पर शिव बरात को रोककर भगवान शंकर की आरती की।
बुधवार को बारिश के बीच समिति द्वारा शाम 5 बजे से कस्बा में शिव बारात निकाली गयी। रथ पर सवार भगवान शिव के अलावा मुकुट, सीता राम लक्ष्मण, बजरंगबली, विश्वामित्र, भगवान शंकर के गणों की झांकियां शामिल हुईं। शंकर बारात रामलीला मैदान से शुरू होकर कस्बा के विभिन्न भागों से होती हुई पुनः रामलीला मैदान में आकर समाप्त हुई। इस दौरान कस्बा वासियों ने बारात पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की एवं बारात को रोककर भगवान शिव की आरती की।
शिव बारात में रामलीला कमेटी के मुख्य संरक्षक विपिन विहारी लाल दीक्षित संरक्षक अशोक कुमार तिवारी, अध्यक्ष आशाराम तिवारी, जनरल मैनेजर विनोद कुमार व धर्मेंद्र यादव, मंत्री मनोज शाक्य, कोषाध्यक्ष सोनू यादव, उपकोषाध्यक्ष अरविंद कश्यप, मंत्री वकील तिवारी व राजीव बाथम मंत्री, अखलेश शाक्य, शिवम शाक्य, अमित चक्रवर्ती, विकल तिवारी, मंच व्यवस्थापक जितेंद्र यादव, बलवीर शर्मा, रामाधार गुप्ता, संजीव नारायण शुक्ला, संचालक सुरेश चंद्र गुप्ता आदि पदाधिकारी व सदस्य शामिल रहे।
इस मौके पर श्री रामलीला समिति कुदरकोट अध्यक्ष आशाराम तिवारी व मंत्री मनोज शाक्य ने बताया कि श्री रामलीला महोत्सव बुधवार 21 सितंबर से शुरू होकर दिनांक 06 अक्टूबर दिन गुरुवार तक 20 दिन तक चलेगा।
इस दौरान 22 सितंबर को को नारद मोह एवं जयविजय शाप, 23 सितंबर को रावण दिग्विजय एवं श्रीराम जन्म, 24 सितंबर को मुनि याचना ताड़का एवं सुबाहु वध, 25 सितंबर अहिल्या उद्धार एवं गंगा लीला, 26 सितंबर को नगर दर्शन एवं अशोक वाटिका, 27 सितंबर को धनुष यज्ञ एवं परशुराम लक्ष्मण संवाद, 28 सितंबर को राम कलेवा व ड्रामा, 29 सितंबर को राम वनवास, 30 सितंबर को दशरथ मरण व भरत मिलाप, 01 अक्टूबर को सुपर्णनखा के नाक कान काटना एवं खरदूषण वध, 02 अक्टूबर को सीता हरण सीता की खोज एवं राम सुग्रीव मित्रता, 03 अक्टूबर को बालि वध लंका दहन एवं रावण अंगद संवाद, 04 अक्टूबर को लक्ष्मण शक्ति एवं मेघनाद वध, 05 अक्टूबर को कुम्भकर्ण, रावण वध व दशहरा मेला ड्रामा एवं 06 अक्टूबर को भरत मिलाप एवं श्रीराम का राज्याभिषेक आदि की लीलाओं का मंचांकन होगा।
रिपोर्ट- संदीप राठौर चुनमुन/राहुल तिवारी