लखनऊ। सिखों के चौथे गुरु साहिब गुरू रामदास महाराज का 488वां प्रकाश उत्सव 10 एवं 11 अक्टूबर को ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरू नानक देव नाका हिन्डोला, लखनऊ में सायं के दीवान में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर आज 10 अक्टूबर को सायं 6.00 बजे श्री रहिरास साहिब के पाठ से दीवान आरम्भ हुआ जो रात्रि 10 बजे तक चला जिसमें हजूरी रागी भाई राजिन्दर सिंह ने अपनी मधुर वाणी में शबद कीर्तन गायन एवं नाम सिमरन करवाया।
मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी सुखदेव सिंह ने साहिब गुरू रामदास महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कथा व्याख्यान किया। विशेष रूप से पधारे रागी जत्था भाई प्रिंसपाल सिंह पटियाला वालों ने “राम दास सरोवर नाते, सब उतरे पाप कमाते।” शबद कीर्तन गायन कर समूह संगत को निहाल किया। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया।
दीवान की समाप्ति के उपरान्त लखनऊ गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सिह बग्गा ने नगरवासियों को साहिब गुरू रामदास जी के प्रकाश उत्सव की बधाई देते हुए बताया कि कल 11 अक्टूबर को सायं का दीवान सजेगा। जिसमें भाई गुरमीत सिंह जी ऊना साहिब वाले शब्द कीर्तन गायन कर समूह संगत को निहाल करेंगे। समाप्ति के पश्चात समूह संगत में महामंत्री हरमिन्दर सिंह टीटू की देखरेख में दशमेश सेवा सोसाइटी के सदस्यों द्वारा गुरु का लंगर और मिष्ठान वितरित किया गया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी