लखनऊ। आगामी 18 फरवरी से प्रारम्भ होने वाली बोर्ड परीक्षा 2020 को नकल विहीन एवं सुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के संबंध में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में आज यहां योजना भवन में बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
ज्ञातव्य हो, बोर्ड परीक्षा–2020 आगामी 18 फरवरी से प्रारंभ होकर 3 मार्च तक हाईस्कूल एवं 6 मार्च तक इंटरमीडिएट की परीक्षा सम्पन्न होगी। 17 मार्च से 26 मार्च 2020 तक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य संपादित कराकर आगामी 20 से 25 अप्रैल के बीच परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। समीक्षा बैठक में डॉ. दिनेश शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि बोर्ड परीक्षा–2020 के लिए निर्धारित शत-प्रतिशत परीक्षा केंद्रों में वॉइस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी, राउटर एवं हाई स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगे होने चाहिए, जिन परीक्षा केंद्रों पर अभी तक यह व्यवस्था नहीं हुई है उनमें विलंबतम एक सप्ताह के अंदर लगाया जाना सुनिश्चित करें तथा उक्त का प्रमाण पत्र सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश को आगामी 4 जनवरी 2020 तक उपलब्ध कराएं जिससे गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी नकल विहीन परीक्षा का सफल आयोजन कराया जा सके।
डॉ. दिनेश शर्मा ने नकल विहीन एवं शुचितापूर्ण परीक्षा कराने हेतु जनपद मैनपुरी, गोंडा, बलरामपुर, हरदोई, कौशांबी, अलीगढ़, रामपुर, बलिया, गाजीपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, हाथरस, मथुरा, मुजफ्फरनगर एवं एटा जैसे संवेदनशील माने गए जिलों के परीक्षा केंद्रों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए।
अधिकतम 80 परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं
उप मुख्यमंत्री ने प्रयोगात्मक परीक्षाओं के संबंध में कहा कि प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी मुख्य परीक्षा की भांति उतनी ही महत्वपूर्ण है, अतः मंडलीय एवं जनपदीय अधिकारियों द्वारा प्रयोगात्मक परीक्षा का सघन निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाए की परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में सूचितपूर्ण तरीके से संचालित हो रही हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रयोगात्मक परीक्षाओं हेतु निश्चित किया जाए कि एक दिन में अधिकतम 80 परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं ही संपादित की जाए।
डॉ. दिनेश शर्मा ने उत्तर पुस्तिकाओं के संबंध में निर्देश दिया कि राजकीय मुद्रणालय से प्रेषित उत्तर पुस्तिकाओं की गोपनीयता, सुरक्षा तथा रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। उत्तर पुस्तिकाओं को भी सीसीटीवी की निगरानी में डबल लॉक में रखा जाए तथा चयनित स्थल पूर्णतया सुरक्षित हों, स्थल की सुरक्षा हेतु जिला प्रशासन का सहयोग भी प्राप्त किया जाए।
प्रत्येक परीक्षा केंद्र जीपीएस से लिंक
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षाएं सूचितपूर्ण एवं पारदर्शी ढंग से संपादित किए जाने के लिए समस्त परीक्षा केंद्रों की वेबकास्टिंग के माध्यम से मानिटरिंग की जानी है जिसके लिए समस्त जनपद मुख्यालयों पर कंट्रोल रूम की स्थापना जल्द से जल्द कर लिए जाने जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना, समस्त उपकरणों यथा सीसीटीवी, राउटर, कंप्यूटर, ब्रॉडबैंड तथा आईपी एड्रेस एवं पासवर्ड परीक्षा प्रारंभ की एक माह पूर्व ही प्राप्त कर लिया जाए।
जिला विद्यालय निरीक्षक समुचित निगरानी की करें व्यवस्था
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्र निर्धारण में आने वाली शिकायतों के पंजीकरण के लिए एक पृथक ईमेल एवं फोन नंबर की व्यवस्था की जाए जिससे शिकायतों का त्वरित संज्ञान लिया जा सके। जनपद स्तर पर कंट्रोल रूम पर प्रत्येक केंद्र का पूर्ण विवरण उपलब्ध रहे। प्रत्येक केंद्र जीपीएस से लिंक हो, जिला विद्यालय निरीक्षक समुचित निगरानी की व्यवस्था करें, परीक्षा केंद्रों के चयन में बोर्ड द्वारा निर्धारित मानक का अक्षरशः पालन किया जाए जिस भी जिले में परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में किसी भी प्रकार की शिकायत की पुष्टि होने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, सचिव माध्यमिक शिक्षा आर. रमेश, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।