गुजरात के मोरबी जिले में शाम बड़ा हादसा हो गया. यहां मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज अचानक टूट गया. हादसे के वक्त ब्रिज पर करीब 400 लोग मौजूद थे. मोरबी सिविल अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक, इस हादसे में कम से कम 45 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से ज्यादातर बच्चे हैं. 50 से ज्यादा लोगों को बेहोशी की हालत में सरकारी अस्पताल लाया गया.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी कई एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियान पर नजर रखने के लिए रात भर मोरबी में रहे। मोरबी हादसे को लेकर रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ धारा 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है। मोरबी हादसे के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है।पीएम नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि.
घायलों को 50 हजार देने का ऐलान किया है. वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह पटेल ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये ऐलान किया है.मच्छु नदी पर बना यह केबल ब्रिज काफी पुराना था. इसे हेरिटेज ब्रिज में शुमार किया जाता था. दिवाली के बाद गुजराती नए साल पर ही मरम्मत के बाद इसे दोबारा खोला गया था. मरम्मत के लिए पुल करीब 7 महीने तक बंद था.