कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की अगुआई में दक्षिण के पांच राज्यों से गुजरते हुए महाराष्ट्र पहुंच गई है। तेलंगाना का सफर पूरा करने से पहले पार्टी की मुनुगोडे सीट पर हुए उपचुनाव में मिली हार कांग्रेस के लिए गुजरात में सबक है। पार्टी के अंदर यह मांग उठने लगी है कि यात्रा के साथ विधानसभा चुनाव प्रचार पर भी ध्यान चाहिए। क्योंकि, चुनावी असफलता यात्रा की सफलता पर असर डालेगी।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने भी राहुल गांधी से चुनाव प्रचार करने का आग्रह किया है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष दोशी कहते हैं कि हमने #राहुल और प्रियंका गांधी से प्रचार करने का आग्रह किया है। 2017 में उन्होंने प्रचार की कमान संभाली थी और उनके मार्गदर्शन में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
पार्टी के कई नेता मानते हैं कांग्रेस को गुजरात चुनाव को और गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि, आप पंजाब में कांग्रेस को शिकस्त दे चुकी है। पार्टी की लापरवाही की वजह से आप गुजरात में दूसरे नंबर की पार्टी बन गई, तो यह राजनीति की बड़ी घटना होगी और इसका नुकसान कांग्रेस को होगा।
पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि राहुल गांधी को फौरन गुजरात चुनाव प्रचार में उतरना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री अमित शाह लगातार प्रचार में जुटे हैं। वहीं, आप भी प्रचार कर रही है। प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा, कि ऐसा लगने लगा है कि प्रचार में मुख्य मुकाबला इन दोनों पार्टियों में है।
2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 19 सीट जीतकर तेलंगाना में दूसरी बड़ी पार्टी थी। बाद में 14 विधायकों ने पाला बदल लिया और पार्टी के पास इस वक्त सिर्फ पांच विधायक बचे हैं। जबकि AIMIM के पास विधानसभा में सात विधायक हैं। पार्टी के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि उपचुनाव में भाजपा दूसरे नंबर पर रही। जबकि मुनुगोडे परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहा है।