नई दिल्ली। एलान किया कि ट्विटर की पेड वेरिफाइड ब्लू टिक सर्विस ‘ट्विटर ब्लू’ के रीलॉन्च को फिलहाल अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है और जब तक गलत जानकरी रोकने का विश्वास नहीं आ जाता उस समय तक के लिए ये बंद रहेगा।
इसके साथ ही मस्क ने आगे कहा कि जहां तक संभावना है कि संगठन और व्यक्तियों के लिए अगल रंग का वेरफिकेशन टिक दिया जाएगा।
ब्लू टिक सर्विस क्यों किया था ससपेंड?
ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद मस्क ने कंपनी की आय बढ़ाने के लिए ट्विटर ब्लू सर्विस लॉन्च की थी, जिसमें केवल 8 डॉलर प्रति महीने खर्च कर कोई भी व्यक्ति #ब्लूटिक ले सकता था। इससे बाद किसी व्यक्ति ने अमेरिकन फार्मा कंपनी एली लिली (LLY) के नाम से फर्जी ट्विटर आकउंट बनाया और 8 डॉलर देकर वेरिफाइड कर लिया।
इस फर्जी अकाउंट से एक ट्वीट किया गया कि कंपनी के द्वारा बेची जाने वाली इन्सुलिन अब लोगों को फ्री में मिलेगी, जिसके कारण कंपनी का शेयर प्राइस 4.37 प्रतिशत तक गिर गया, जिससे कंपनी का बाजार मूल्यांकन 15 बिलियन डॉलर तक गिर गया। वहीं, कई अन्य लोगों की ओर से भी प्रसिद्ध लोगों और संगठनों के नाम पर ऐसा किया जाने लगा, जिसके बाद ट्विटर की ओर से ब्लू टिक सर्विस को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था।
लगातार बढ़ रही ट्विटर यूजर्स की संख्या
मस्क ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि ट्विटर का उपयोग इस समय अपने सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। पिछले हफ्ते प्लेटफार्म से 16 लाख यूजर्स जुड़े हैं। दुनिया में 20 नवंबर को #ट्विटर यूजर्स की संख्या 25.90 करोड़ के पार पहुंच गई है।
ट्रंप के अकांउट पर रोक हटाई
कुछ दिन पहले ही मस्क के द्वारा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर लगी रोक को हटा लिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद कैपिटल हिल में हिंसा के बाद कंपनी ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट को बैन कर दिया था।