लखनऊ विश्वविद्यालय के मंथन हाल में आयोजित एक कार्यक्रम मे लखनऊ विश्वविद्यालय की इन हाउस इंटर्नशिप योजना “कर्मोदय” के तहत चयनित छात्रों को कुलपति माननीय प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने प्रमाण पत्र वितरित किए। कर्मोदय योजना के तहत 57 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमे से 30 छात्रों को चयनित किया गया है। इस अवसर पर छात्र छात्राओ को सम्बोधित करते हुए माननीय कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने समग्र विकास के लिए सुनिश्चित प्रयास किए जाने पर बल दिया। छात्रों को शुभकामनाएँ देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने छात्र छात्राओ के समग्र विकास एवं कौशल वर्धन के अनेक द्वार खोले हैं जिसके परिणाम राष्ट्र निर्माण की दिशा मे दूरगामी साबित होंगे।
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छात्रों ने बताया कि इस प्रकार की इंटर्नशिप कार्यक्रम से उन्हे कैंपस के भीतर ही पढ़ाई के साथ काफी-कुछ सीखने मे मदद मिलती हैं तथा ज्यादातर कंपनियां फ्रेशर उम्मीदवारों से भी इंटर्नशिप की अपेक्षा रखती हैं। इसके साथ ही उन्हे टीम मे समयबद्ध तरीके से कार्य करने के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास मे काफी सहायता मिलती है।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो पूनम टंडन ने बताया कि कर्मयोगी योजना की सफलता से प्रेरित छात्रो की बेहद मांग पर, ‘कर्मोदय’ योजना की शुरूआत कुलपति द्वारा छात्र कल्याण केंद्रित कार्यक्रमों के तहत करी गई थी। ज्ञात हो कि ‘कर्मोदय’ (अवैतनिक इन-हाउस इंटर्नशिप) मे विश्वविद्यालय के सभी अंतिम वर्ष के छात्र भाग ले सकते हैं। कर्मोदय योजना में, इंटर्नशिप की अवधि 50 दिनों से लेकर 6 महीने तक है, जिसमे छात्र छात्राऐं अपने कौशल के अनुसार विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों मे कार्य कर सकते हैं। उन्होनें बताया कि विगत वर्ष भी कर्मोदय योजना के तहत लगभग तीन दर्जन विद्यार्थियों का चयन हुआ था।
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कर्मोदय योजना का प्रारूप नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार बनाया गया है ताकि, इस प्रकार के इंटर्नशिप कार्यक्रम से छात्रों के लिए एक कार्यकुशल और सहायक वातावरण सुनिश्चित करने मे मदद मिले। लखनऊ यूनिवर्सिटी पहला संस्थान है जो इस तरह की छात्र केंद्रित योजनाएं शुरू करके अपने छात्रों को लाभान्वित कर रहा है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मे अपर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अमृताॅशु शुक्ल एवं डॉ अलका मिश्रा सहित अन्य शिक्षक भी मौजूद रहे।