• शुरू हुआ ‘बाल स्वास्थ्य पोषण माह’ अभियान
• 3.59 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य
वाराणसी। भेलूपुर स्थित स्वामी विवेकानंद राजकीय चिकित्सालय में बुधवार को बाल स्वास्थ्य पोषण माह (बीएसपीएम) अभियान की शुरुआत की गई। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने नौ माह से पाँच वर्ष के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई। सीएमओ अपील की है कि सभी माताएँ जिनके बच्चे नौ माह पूर्ण कर चुके हैं, वह अपने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक अवश्य पिलाएं। बुधवार एवं शनिवार को स्वास्थ्य केन्द्रों में आयोजित होने वाले ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों (वीएचएनडी एवं यूएचएनडी) पर विटामिन-ए निःशुल्क पिलाई जाएगी।
सीएमओ ने बताया कि बच्चों को सुपोषित रखने के उद्देश्य से जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बुधवार से ‘विटामिन ए सम्पूरण’ कार्यक्रम की शुरुआत हुई है। बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए विभाग बेहद गंभीर है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पहले घंटे के अंदर मां का पीला गाढ़ा दूध, छह माह तक सिर्फ स्तनपान व सम्पूर्ण टीकाकरण के साथ ही साथ साल में दो बार विटामिन-ए खुराक पिलाना आवश्यक है। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुये अभियान के तहत सभी गतिविधियों का आयोजन किया जाए। वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों के दौरान बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलायी जाए।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि बुधवार व शनिवार को लगने वाले वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों सहित स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर जनपद के नौ माह से पांच वर्ष तक के लक्षित 3.59 लाख को विटामिन ए की खुराक पिलायी जाएगी। इसमें नौ से 12 माह तक के 40,128, एक से दो साल के 75,606 और 2 से 5 साल के 2.44 लाख बच्चे शामिल हैं।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ एके पांडे ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए भेज दी गयी है। अभियान के दौरान पूर्ण टीकाकरण (24 माह तक), सम्पूर्ण टीकाकरण, वजन लेना और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करना, सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान को लेकर जन जागरूकता, आयोडीन युक्त की नमक के सेवन के प्रति जागरूक करने पर ज़ोर दिया जाएगा।
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इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ क्षितिज तिवारी, यूएनडीपी की ओर से रीना वर्मा, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य लाभार्थी माताएं व उनके बच्चे मौजूद रहे।
न होने दें विटामिन-ए की कमी
विटामिन ‘ए’ की कमी से बच्चों में नजर का कमजोर होना, रात्रि के समय कम दिखाई देना, अंधेपन का शिकार हो जाना, रूखी आँख, गले में संक्रमण, हड्डियाँ में कमजोरी, रूखी त्वचा और त्वचा से संबन्धित समस्या हो सकती है। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त जैसी आम बीमारियाँ भी जानलेवा हो सकती हैं। इन सभी कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता