उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से यूपी के प्रयागराज लाकर पूछताछ की जा सकती है। इसके लिए पुलिस की एक टीम साबरमती जेल पहुंच चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतीक को सड़क के रास्ते प्रयागराज लाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतीक को सड़क के रास्ते प्रयागराज लाया जा सकता है।
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अतीक अहमद को लाने गई यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम काफी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। पुलिस, गाड़ियों और अन्य तैयारियों के साथ साबरमती जेल पहुंची है। लेकिन यूपी पुलिस के आला अफसर इस बारे में कुछ भी बताने से बच रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतीक को लाने कई टीम कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर रही है। इसके बाद अतीक से पूछताछ की जाएगी।
बता दें कि शुक्रवार रात गुजरात पुलिस ने एक व्यापक अभियान के तहत वहां की 17 जेलों में एक साथ छापेमारी की और 16 मोबाइल फोन, घातक वस्तुएं और मादक पदार्थ बरामद किए। इस अभियान में 1,700 पुलिसकर्मी शामिल थे। अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद के आईफोन से बातचीत करके उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का खुलासा होने के बाद गुजरात पुलिस की ओर से लिया गया यह बड़ा ऐक्शन है।
उमेश पाल की हत्या के बाद प्रयागराज पुलिस ने बड़ा खुलासा किया था। हत्याकांड में जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दावा किया था कि अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद अशरफ अपने गुर्गों के साथ आईफोन से जुड़े थे।
उमेश की हत्या से पहले तक फोन पर एक दूसरे से बात करते थे। पुलिस मुठभेड़ में मारा गया उस्मान ने भी मरने से पहले पुलिस को बयान दिया था जेल में बंद अतीक अहमद ने उसे फोन पर अपना बेटा कहा था। इससे पूर्व अहमदाबाद जेल में बंद अतीक ने बमरौली के प्रॉपर्टी डीलर जैद को कॉल करके धमकाया था। उसका आडियो वायरल हुआ। इसके बाद धूमनगंज पुलिस ने जेल से धमकाने में अतीक के खिलाफ केस दर्ज किया था।
अभियान में शामिल कई अधिकारियों ने जेल गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए शरीर पर कैमरे लगा रखे थे। छापेमारी का मकसद यह पता लगाना था कि जेलों में कोई अवैध गतिविधि तो नहीं हो रही। साथ ही इसका उद्देश्य यह जानना था कि कैदियों को कानून के तहत सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।