कर्नाटक (Karnataka) के प्रवीण नेत्तारू मर्डर केस (Praveen Nettaru Murder Case) में एनआईए (NIA) ने बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने इस मामले में 20 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है.
26 जुलाई, 2022 को दक्षिण कन्नड़ के बेल्लारे में बीजेपी युवा मोर्चा (BJYM) के कार्यकर्ता प्रवीण नेत्तारू की उनकी ही दुकान के सामने हत्या कर दी गई थी. बाइक सवारों ने प्रवीण नेत्तारू पर चाकुओं से हमला किया था. प्रवीण नेत्तारू मर्डर केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है और अब तक कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
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जांच में पता चला कि पीएफआई ने आतंक फैलाने, सांप्रदायिक नफरत और अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत व 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए, दुश्मनों की हत्याओं को अंजाम देने के लिए सर्विस टीम या किलर स्क्वॉड नामक गुप्त टीमों का गठन किया. बता दें कि इससे पहले नवंबर, 2022 में एनआईए ने 4 संदिग्ध कोडागु के मडिकेरी के एमएच तुफैल, बेल्लारे के एस. मोहम्मद मुस्तफा, बेल्लारे के अबूबकर सिद्दीक और कल्लुमुत्लुमाने के एमआर उमर फारूक पर कुल 14 लाख के इनाम का ऐलान किया था.
गौरतलब है कि हाल ही में प्रवीण नेत्तारू मर्डर केस के दो आरोपियों के सिर पर एनआईए ने 5-5 लाख रुपये इनाम की घोषणा की. एनआईए ने इस केस में आरोपी 53 साल के मोहम्मद शरीफ और 40 साल के मसूद के बारे में सूचना देने वाले 5 लाख रुपये इनाम में देने का ऐलान किया. जानकारी के मुताबिक, इन दोनों आरोपियों का संबंध प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्य थे.
बता दें कि प्रवीण नेत्तारू मर्डर मामले की जांच में इस हत्या के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) का हाथ होने की बात सामने आई. एनआईए ने इस केस में फरार आरोपियों के सिर पर ईनाम की घोषणा भी की है. एनआईए की जांच में पीएफआई का एजेंडा भी सामने आया, जिसमें भारत को अगले 24 साल यानी 2047 तक इस्लामिक मुल्क बनाने की बात भी शामिल है.