लखनऊ। भारतीय उद्योग किसान व्यापार मंडल (पंजी०) (BUKVM) के प्रदेश अध्यक्ष अजय त्रिपाठी मुन्ना, राष्ट्रीय अध्यक्ष रितेश गुप्ता, राष्ट्रीय प्रभारी हाफिज जलील अहमद सिद्दीक़ी ने पूर्व के हुए दो बार के इन्वेस्टर्स समिट को देखते हुए इस बार होने वाले 10, 11, 12 फ़रवरी 2023 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान होने वाले MOU को हर हाल में ज़मीन तक उतारने की प्रदेश सरकार से मांग की है।
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हाफिज जलील अहमद सिद्दीक़ी ने यह भी कहा की इससे पहले दो बार इन्वेस्टर्स समिट राजधानी लखनऊ में किया गया जिसमे देश प्रदेश के उद्यमियों ने भाग लिया लेकिन उसके बाद भी ज़मीन पर कोई उद्योग प्रदेश के किसी भी जनपद में नहीं लगे और जो उद्योग पूर्व में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में चल रहे थे वह भी सरकारी लाल फ़ीताशाही की वजह से धीरे-धीरे बंद हो रहे है।
रितेश गुप्ता ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थापित उद्योगों को लाल फ़ीताशाही से मुक्ति दिलाने की भी मांग की है और यह भी कहा की प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पहले से चल रहे उद्योगों पर एवम् इंडस्ट्रियल एरिया की मूलभूत समस्याओं पर अगर ध्यान नहीं दिया जाएगा तो इस बार भी कार्यक्रम के बाद पहले की तरह से ही कोई परिणाम नहीं निकलेगा।
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अजय त्रिपाठी मुन्ना ने यह भी कहा की सबसे पहले विदेश के तर्ज पर प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी और सरकार में बैठे हुए लोग उद्योग और व्यापार करने वाले लोगो को सम्मान दे जो व्यक्ति नया इंडस्ट्री लगाना चाहता है उसको डपलप एरिया में ज़मीन उपलब्ध करा दे, निर्विवाद बिजली की सप्लाई हो बिजली का दर या तो अन्य प्रदेशों से कम हो या पड़ोसी प्रदेशों के बराबर हो सभी सरकारी विभागों में उद्यमियों के काम को प्राथमिकता दिया जाये और जो उद्योग उत्तर प्रदेश में बंद पड़े है उन्हें पुनः चालू कराया जाये इसकी भी योजना ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अवश्य बनानी चाहिए।
ताज ख़ान ने प्रदेश सरकार से मांग की, प्रदेश में हर हाल में उद्यमियों व्यापारियों के लिये सिंगल विंडो सिस्टम का कड़ाई से अनुपालन कराया जाये जिससे उद्यमी अपनी सभी समस्याओं का निराकरण एक छत के नीचे करा सके।