उमेश पाल अपहरण कांड सजा के बाद माफिया अतीक अहमद को दोबारा गुजरात के साबरमती जेल पहुंचा दिया गया है। यहां अतीक में सजायाफ्ता कैदियों की तरह सजा काटेगा। यहां उसे कैदी नंबर 17052 अलॉट किया गया है।
अतीक अहमद के लिए अब जेल के अंदर का माहौल पहले जैसा नहीं रहेगा। उसे अब सजा काट रहे कैदियों के कपड़े पहनने पड़ेंगे। यहां तक की उसे जेल के भीतर काम भी करना पड़ेगा।
सबसे अहम तो यह कि प्रयगाराज से वापसी में माफिया के तेवर बदल गए। खासकर यूपी बार्डर गुजर जाने के बाद जब अतीक का काफिला सुबह राजस्थान के कोटा शहर पहुंचा तो माफिया के हाव-भाव, चाल, चेहरे की रंगत बदली हुई नजर आई।
उम्रकैद की सजा मिलने के बाद से मुरझाए चेहरे पर फिर से मुस्कुराहट नजर आ गई। सुबह नौ बजे के करीब कोटा पहुंचे अतीक एवं पुलिसकर्मियों को थाने में ठहराया गया था। करीब एक घंटे तक चाय-नाश्ता आदि करने के बाद जब माफिया थाना अनंतपुरा कोटा से बाहर निकला तो अलग ही तेवर में नजर आया। थाने से बाहर आते ही अतीक ने सबसे पहले बाहर खड़े मीडियाकर्मियों को हाथ दिखाकर अभिवादन किया।
आपको बता दें कि उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा पाए माफिया अतीक अहमद को आखिरकार कड़े सुरक्षा इंतजामों के साथ अहमदाबाद की साबरमती जेल पहुंचा दिया गया। प्रयागराज से मंगलवार रात 8.36 बजे पुलिसकर्मी वज्र वाहन से अतीक को लेकर रवाना हुए थे। बुधवार रात 8.25 बजे अतीक को साबरमती जेल में दाखिल किया गया। जेल पहुंचने पर अतीक के वकीलों ने पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में सजायाफ्ता किए जाने से संबंधित अदालती प्रपत्र जेल अफसरों को सौंप दिया। इसके बाद अतीक को उसकी बैरक में भेज दिया गया।