गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक चन्द्र वीर रमण के नेतृत्व एवं कुशल निर्देशन में सम्पूर्ण पूर्वोत्तर रेलवे पर लगातार सघन टिकट जांच अभियान आयोजित किये जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप वर्ष 2022-23 में बिना टिकट यात्रा, अनियमित टिकट पर यात्रा अथवा बिना बुक किये सामान के साथ यात्रा के 18.5 लाख मामले पकड़े गये, जिनसे रू 130 करोड़ के रेल राजस्व की वसूली की गई, जो गत वर्ष के इसी मद से आय रू 105 करोड़ की तुलना में 25 प्रतिशत तथा रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्य रू 116.02 करोड़ के सापेक्ष 12 प्रतिशत अधिक है जो कि एक उल्लेखनीय उपलब्धि एवं कीर्तिमान है।
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टिकट जांच के इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु विभिन्न स्टेशनों एवं गाड़ियों को आधार बनाकर औचक टिकट जांच अभियान आयोजित किये गये और टिकट जांच कर्मचारियों को सुनिश्चित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रोत्साहित किया गया जिसमें कर्मचारियों ने अपने सूझबूझ एवं अथक परिश्रम का परिचय दिया।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने में लखनऊ मंडल के टिकट जांच कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा है। जिसमें चल टिकट निरीक्षक रिजवानुल्लाह एवं जगप्रीत सिंह ने रू 2 करोड़ से अधिक के रेल राजस्व की वसूली की। इसके अतिरिक्त सघन टिकट जांच में मुख्य चल टिकट निरीक्षक बसन्त होरो, राजेश कुमार श्रीवास्तव, रोहित सचदेवा, चल टिकट निरीक्षक डा अजय सिंह, विवेक कुमार सिंह, आरएच अंसारी, पूजा, पवन कुमार यादव एवं टिकट जांच परीक्षक अखिलेश कुमार सिंह ने रू0 1 करोड़ से अधिक की वसूली की।
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इज्जतनगर मण्डल के मुख्य चल टिकट निरीक्षक, राम मिलन प्रसाद ने टिकट जांच कार्यकलाप से रू 1 करोड़ से अधिक रेलवे राजस्व अर्जित करने वाले कर्मचारी हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक चन्द्र वीर रमण द्वारा टिकट जांच से अर्जित आय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये टिकट जांच कर्मचारियों को रू 50,000 सामूहिक पुरस्कार राशि प्रदान किया गया है। भविष्य में इस प्रकार के टिकट जांच अभियान नियमित रूप से चलाये जायेंगे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी