बिहार के नालंदा जिले के मुख्यालय बिहारशरीफ में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने आरोपियों की संपत्तियों की कुर्की करना शुरू कर दिया है। नालंदा पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को 11 लोगों के घर इश्तेहार चिपकाया।
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इसके बाद शनिवार को 9 आरोपियों के घरों की कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी गई। बजरंग दल के जिला संयोजक कुंदन कुमार समेत 6 आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
हालांकि, कुंदन ने साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है। कुर्की-जब्ती की कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। बिहारशरीफ हिंसा मामले में पुलिस ने 3 थानों में 15 एफआईआर दर्ज की है। अब तक 132 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
नालंदा पुलिस ने रामनवमी हिंसा मामले में अब तक 19 लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। कुछ और लोगों को रिमांड पर लेने की बात सामने आ रही है। बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय के सीजीएम ने रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प में न्यायिक हिरासत में भेजे गए सभी लोगों के सीसीटीवी अन्य स्रोत से फुटेज को उपलब्ध कराने का निर्देश एसपी को दिया है।
बिहारशरीफ के दीपनगर स्थित अयोध्या नगर में बजरंग दल के संयोजक कुंदन कुमार के घर शनिवार को पुलिस कुर्की की कार्रवाई करने पहुंची। कुर्की जब्ती की सूचना मिलते ही कुंदन ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। कुंदन का कहना है कि जिस वक्त झड़प हुई वह वहां मौजूद नहीं था।
वीडियो फुटेज की जांच कर पुलिस अगर कार्रवाई करें तो बेहतर होगा। रामनवमी शोभायात्रा की जिला प्रशासन से अनुमति ली गई थी। बजरंग दल के नेता का आरोप है कि 31 मार्च को दूसरे गुट की ओर से पत्थरबाजी शुरू की गई थी, इसके बाद ही हिंसा भड़की।