बिहार में जाति आधारित गणना के दूसरे चरण की शुरुआत शनिवार यानी 15 अप्रैल हो गई है। जिसके मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी गणना अपने घर पर करायेंगे। साथ ही लोगों के बीच यह संदेश भी प्रचारित करेंगे कि इसमें सभी को बढ़-चढ़ कर शामिल होने की आवश्यकता है और प्रगणक को इससे संबंधित सटीक जानकारी मुहैया कराएं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को बख्तियारपुर स्थित अपने घर पर बतौर नागरिक जातीय गणना से संबंधित सभी आंकड़े दर्ज कराएंगे। प्रगणक को वे अपनी निजी, पारिवारिक समेत अन्य सभी जानकारी देंगे।
राज्य स्तर पर बनेगी रिपोर्ट सभी जिलों से डाटा संग्रह कर राज्य स्तर पर इसकी समीक्षा करके समेकित रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग को इस कार्य के लिए नोडल विभाग बनाया गया है। इस कार्य को अंजाम देने के लिए एक विशेष सेक्शन संख्या 28 बनाया गया है। यहां राज्यभर से आए तमाम डाटा का विश्लेषण करके अंतिम रूप से जाति गणना की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस गणना की रिपोर्ट ऑनलाइन भी जारी की जाएगी, जिसके लिए विशेष वेबसाइट तैयार की गई है।
बख्तियारपुर में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखा। डीडीसी ने बताया कि 15 अप्रैल से शुरू होने वाली जातीय जनगणना के द्वितीय चरण में शामिल होने के लिए सीएम शनिवार को बख्तियारपुर आएंगे। 15 मई तक इसे पूरा करना है। राज्य में 2 करोड़ 88 लाख परिवारों की पहचान की गई है।
लगभग साढ़े तीन लाख प्रगणक तथा अन्य अधिकारी इसमें लगाए गए हैं। अनुमंडल स्तर पर एसडीओ और जिला स्तर पर डीएम पूरे गणना कार्य की सघन निगरानी करेंगे। राज्य के सभी 261 नगर निकाय और 534 प्रखंड यानी कुल 795 क्षेत्रों को एक स्वतंत्र चार्ज क्षेत्र के तौर पर परिभाषित करते हुए इनमें गणना होगी।