पुलिस में हिरासत में मारे गए अतीक अहमद की 100 करोड़ से अधिक की मिली बेनामी संपत्तियों की छानबीन शुरू हो गई है। अतीक अहमद मारा जा चुका है। उसकी पत्नी शाइस्ता फरार है। अब ईडी की टीम अतीक के बेटों से पूछताछ करेगी। जेल में बंद दोनों बेटों का ईडी की टीम बयान दर्ज करेगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
सरकारी रेट से कम पर मकान और जमीनें खरीदी गई थीं। बेचने वाले का नाम तक नहीं मिला। कैश का ट्रांजेक्शन नहीं मिला था। इन साक्ष्यों के आधार पर ईडी की टीम अब आगे की तफ्तीश कर रही है। इसी क्रम में ईडी की टीम अतीक के बेटों से पूछताछ करेगी। अतीक का एक बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है। दूसरा बेटा अली नैनी जेल में बंद है। अतीक के तीसरे बेटे असद की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो चुकी है। दो नाबालिग बेटे बाल संप्रेक्षण गृह में हैं।
अतीक के खिलाफ ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। अतीक की हत्या से तीन दिन पहले ही ईडी की टीम ने प्रयागराज में अतीक अहमद के करीबियों के यहां छापामारी की थी। शहर के सबसे बड़े बिल्डर व विनायक सिटी सेंटर के मालिक संजीव अग्रवाल, अमित दीप मोटर्स के मालिक दीपक भार्गव, पूर्व विधायक आसिफ जाफरी, अधिवक्ता खान सौलत हनीफ, खजांची सीताराम शुक्ला, फाइनेंसर खालिद जफर, बिल्डर काली और गुलफुल प्रधान (मृत) समेत 15 घरों और प्रतिष्ठान में छापामारी की गई थी। इस दौरान ईडी को अतीक के करीबियों के यहां से 100 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्तियों के पेपर मिले थे।