लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष वसीम हैदर Wasim Haider ने कहा कि वर्तमान उ.प्र. सरकार और केन्द्र सरकार ने आपसी सांठगांठ करके वोट लेने के लालच में पेट्रोल और डीजल की कीमते कम की हैं। यह उ.प्र. की जनता को पुनः छलने की साजिश है और लोकसभा चुनाव के पश्चात यह कीमते निश्चित रूप से लगातार बढेगी।
उपाध्यक्ष Wasim Haider ने बताया
उपाध्यक्ष वसीम हैदर Wasim Haider ने बताया कि यदि केन्द्र सरकार की मंषा देश की जनता को राहत देने की है तो डीजल और पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए। ऐसा करके ही पूंजीपतियों के चंगुल से पेट्रोल और डीजल बाहर हो सकता है और आम जनता को राहत मिल सकती है।
श्री हैदर ने कहा कि डीजल के भाव में कमी आने से जनता की आम जरूरत की चीजों की मंहगाई निश्चित रूप से कम होगी क्योंकि मांल भाड़ा उसी अनुपात से कम हो जायेगा तथा देश के किसानों को सिचाई के लिए कम खर्च करना पडेगा क्योंकि पम्पिंग सेट डीजल से ही संचालित होते हैं। मंहगाई और सिचाई शुल्क कम होने से आम जनता के साथ साथ किसानों की फसलों का लागत मूल्य भी कम हो सकेगा जिससे दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं सब्जी इत्यादि की कीमतों की कमी आयेगी।
रालोद उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि देष और प्रदेष की जनता ने बडी उम्मीदों के साथ केन्द्र और प्रदेष की सरकार बनवायी थी कि जनता को मंहगाई के साथ कानून व्यवस्था और षिक्षा स्वास्थ के सन्दर्भ में प्रभावी कार्यवाही देखने को मिलेगी परन्तु ऐसा नहीं हुआ बल्कि प्रत्येक क्षेत्र उत्पीडन बढा है।