कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जारी विपक्ष की दो दिवसीय बैठक का मंगलवार को दूसरा दिन है। इसी बीच संभावनाएं जताई जा रही हैं कि UPA की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी को विपक्षी मोर्चे का भी प्रमुख बनाया जा सकता है। खबर है कि सोमवार को इस संभावित गठबंधन के नाम को लेकर भी चर्चाएं हुईं। कुल 26 दल बैठक में शामिल हुए थे।
एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी को विपक्षी दलों का प्रमुख बनाया जा सकता है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संयोजक की भूमिका में नजर आ सकते हैं। सोमवार को दलों के नेता रात्रि भोज में शामिल हुए, जहां मंगलवार की बैठक का एजेंडा तय किया गया। दूसरे दौर की बैठक सुबह 11 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक जारी रहेगी।
कहा जा रहा है कि चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने गठबंधन के नाम को लेकर भी मंथन किया। इस दौरान सभी पार्टियों ने सुझाव दिया कि नाम में ‘भारत’ शब्द होना चाहिए। साथ ही न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर भी चर्चा की गई है। खबर है कि मीटिंग में शामिल होने वाले विपक्षी दल सीटों पर साझा उम्मीदवार उतारने की बात पर भी सहमत हो गए हैं।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे शामिल रहे।
बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में आयोजित भोज में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी साथ बैठकर बातचीत करती नजर आईं। खबर है कि दोनों की मुलाकात के चलते विपक्षी दलों की बैठक भी 20 मिनट की देरी से शुरू हुई। खास बात है कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के रिश्तों में बीते कुछ समय से तनाव है। इसकी बड़ी वजह पश्चिम बंगाल की राजनीति को माना जाता है। दोनों ही दल एक-दूसरे पर लगातार निशाना साधते रहे हैं।