श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे दो दिन के दौरे पर भारत आए हैं। शुक्रवार को उन्होंने PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और डेलीगेशन लेवल की बातचीत हुई। इस दौरान श्रीलंका में UPI के इस्तेमाल को लेकर समझौता हुआ। विक्रमसिंघे ने कहा- PM मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार तरक्की कर रहा है। इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति ने NSA अजित डोभाल और बिजनेसमैन गौतम अडाणी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच कोलंबो पोर्ट को लेकर चर्चा हुई। गुरुवार शाम को भारत पहुंचे विक्रमसिंघे का क्रेंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने स्वागत किया था। इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी।
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वहीं दोनों देशों के रिश्तों पर बात करते हुए PM मोदी बोले- हमारे संबंध प्राचीन और व्यापक हैं। श्रीलंका और भारत के बीच हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। पैसेंजर फेरी सर्विस शुरु होंगी। इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड पर काम होगा।
पीएम मोदी ने कहा-पिछला 1 साल श्रीलंका के लिए चुनौतियों से भरा रहा। हम कठिन समय में वहां के लोगों के साथ खड़े रहेंगे। हमें उम्मीद है कि श्रीलंका की सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करके समानता, न्याय और शांति के प्रोसेस को आगे बढ़ाएगी। भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति और ‘SAGAR’ विजन दोनों में श्रीलंका का महत्वपूर्ण स्थान है।
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आपको बता दें कि दौरे से पहले राष्ट्रपति रानिल विक्रमसंघे ने कहा था कि श्रीलंका भारतीय रुपए का भी उतना ही इस्तेमाल होते देखना चाहता है जितना अमेरिकी डॉलर का होता है। उन्होंने कहा था अगर रुपए का इस्तेमाल कॉमन करेंसी के रूप में होगा तो इससे हमें कोई ऐतराज नहीं है। हमें ये देखना पड़ेगा कि इसके बाद हमें क्या जरूरी बदलाव करने होंगे।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी