लखनऊ। 30 अगस्त से 5 सितंबर तक संस्कृत भाषा और संस्कृति सप्ताह के अंतर्गत विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज ने कॉलेज लाइब्रेरी हॉल में अपना दूसरा व्याख्यान आयोजित किया। इसका शुभारंभ प्राचार्य प्रो धर्म कौर ने किया।
उन्होंने कहा कि विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज में संस्कृत सप्ताह का पहला व्याख्यान बेहद सफल रहा था। इसी प्रकार द्वितीय व्याख्यान से भी विद्यार्थियों को लाभ होगा। वह संस्कृत भाषा की समृद्धि से परिचित हो रहे हैं।
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हमारी सांस्कृतिक विरासत के इस अमूल्य हिस्से को संरक्षित और बढ़ावा देने का प्रयास सराहनीय है। आयोजन की सफलता निस्संदेह भविष्य की पहल को प्रेरित करेगी और कॉलेज समुदाय में संस्कृत के प्रति प्रेम को और मजबूत करेगी।
वाईस प्रिंसिपल प्रो राजीव शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रो बृजेंद्र पांडे ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत में संस्कृत का विशेष महत्व है। संस्कृत समय से परे जाकर हमें अपनी जड़ों और ज्ञान से जोड़ती है। उनके शब्द दर्शकों पर गहराई से असर करते थे।
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नवयुग कन्या कॉलेज लखनऊ की प्रो रीता तिवारी ने संस्कृति और संस्कृत पर विचार व्यक्त किए। वह लोक भाषा प्रचार समिति, उत्तर प्रदेश शाखा, लखनऊ की सचिव भी हैं। कार्यक्रम की संयोजक के रूप में कार्यरत डॉ शालिनी साहनी थीं। उन्होंने संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने का आह्वान किया। प्रो ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।