• अमेठी में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से ‘जल ज्ञान यात्रा’ का आयोजन
• स्कूली बच्चों ने जल जांच प्रयोगशाला में पानी गुणवत्ता की जांच को पहली बार करीब से देखा
• जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना से घर-घर मिल रहे स्वच्छ जल के लाभों की दी गई जानकारी
• स्लोगन लिखी तख्तियां हाथों में पकड़े स्कूली बच्चों ने जल संरक्षण व संचयन का संदेश भी दिया
अमेठी। मलिक मोहम्मद जायसी की मजार और नंदमहर धाम के लिए प्रसिद्ध अमेठी जिले में गुरुवार को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की पहल ”जल ज्ञान यात्रा” का आयोजन सरकारी स्कूल के बच्चों के लिये यादगार बन गया। जल निगम कार्यालय में रखी जल जीवन मिशन की उपलब्धि बताता मॉडल उनके लिए आकर्षण का केन्द्र बना रहा।
इस मॉडल में घर, शौचालय, पंचायत भवन, प्राथमिक विद्यालय और एएनएम सेंटर पर ही नहीं, स्कूली बच्चों को हर घर में नल कनेक्शन और जल की पर्याप्त उपलब्धता सभी जगह दिखाई दी। इससे पहले जल निगम (ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता विक्रम प्रताप सिंह ने जल ज्ञान यात्रा को हरी झण्डी दिखाकर उसका शुभारंभ किया।
अमेठी में आयोजित जल ज्ञान यात्रा में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 5 के ऊपर के बच्चों ने जल जीवन मिशन की परियोजनाओं को करीब से देखा। स्कूली बच्चों को ग्राम पंचायत सोगरा, विकासखंड गौरीगंज और टीकरमाफी ग्रामीण पेयजल योजना पर ले जाया गया।
👉दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए आठ नवम्बर से दीए बिछाने का कार्य होगा शुरू
इस दौरान स्कूली बच्चों को सौर ऊर्जा से संचालित ओवर हैड टैंक दिखाया गया। उनकाे जल जीवन मिशन की ‘हर घर जल’ योजना से पहुंच रहे स्वच्छ पेयजल से गांव-गांव में आए बदलाव की जानकारी दी गई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छ पेयजल की आवशयकता और महत्ता बताई गई।
स्कूली बच्चों ने जल निगम कार्यालय में जल जांच लैब का भ्रमण किया। जल जांच प्रयोगशाला में पानी गुणवत्ता की जांच को नजदीक से देखा। पानी को पीने लायक बनाने की प्रक्रिया उनके लिए एकदम नई थी। इसलिए उनके अन्दर एक-एक चीज जानने का उत्साह भी दिखाई दिया।
एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं ने फील्ड टेस्ट किट से पानी की 11 तरह की जांच करके दिखाई। स्कूली बच्चों ने ग्राम पंचायत संभई विकसखंड गौरीगंज में अमृत सरोवर भी देखा। स्लोगन लिखी तख्तियां हाथों में पकड़े स्कूली बच्चों ने ग्रामीणों को जल संरक्षण व संचयन का संदेश भी दिया।