Breaking News

क्या कोरोना वैक्सीन लेने से सच में हुई थी लोगों की मौत? ICMR ने रिसर्च में किया बड़ा खुलासा

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने एक रिसर्च में बताया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन से भारत में युवा वयस्कों में अचानक मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है। रिसर्च में कहा गया है कि जिन वजहों से मौतें हुई हैं या जिन कारणों ने ऐसी संभावनाओं को बढ़ाया, उनमें अतीत में कोरोना के लिए अस्पताल में रहना और मौत से कुछ समय पहले अत्यधिक शराब पीना और तीव्र शारीरिक गतिविधि जैसे कुछ व्यवहार शामिल थे।

👉देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गौ-आधारित कृषि का महत्वपूर्ण योगदान: धर्मपाल सिंह

क्या कोरोना वैक्सीन लेने से सच में हुई थी लोगों की मौत? ICMR ने रिसर्च में किया बड़ा खुलासा

आईसीएमआर रिसर्च में कहा गया है, “कोविड-19 वैक्सीनेशन से भारत में युवा वयस्कों में अस्पष्टीकृत अचानक मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है। पिछले कोविड-19 अस्पताल में भर्ती होने, अचानक मृत्यु का पारिवारिक इतिहास और कुछ जीवनशैली व्यवहारों ने की वजह से अचानक मृत्यु की संभावना को बढ़ा दिया है।”

हालांकि ये रिसर्च अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि यह इस महीने की शुरुआत में ये रिसर्च पूरा हो गया है और जल्द प्रकाशित किया जाएगा।

👉राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठाः अयोध्या में बनाई जा रही 80 हजार श्रद्धालुओं के लिए ‘टेंट सिटी”

आईसीएमआर रिसर्च का हवाला देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को गुजरात के भावनगर में कहा कि जिन लोगों को पहले गंभीर रूप से कोविड का सामना करना पड़ा था, उन्हें दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए एक या दो साल तक खुद पर अधिक मेहनत नहीं करनी चाहिए।

क्यों किया गया ये रिसर्च?

असल में भारत में स्वस्थ युवा वयस्कों में अचानक होने वाली मौतों की रिपोर्टों ने इस रिसर्च के लिए शोधकर्ताओं को प्रेरित किया था। सूत्रों ने कहा कि मौतों ने चिंता पैदा कर दी थी कि वे वैक्सीनेशन से संबंधित तो नहीं थे। यह रिसर्च भारत में स्वस्थ युवा वयस्कों के बीच अचानक अस्पष्टीकृत मौतों में योगदान देने वाले कारकों की जांच के लिए आयोजित किया गया था।

👉जो किसान पराली जला रहे, उन्हें MSP का लाभ मत दो; बिहार का नाम लेकर SC ने कहा

रिसर्च में 18 से 45 वर्ष की आयु के स्पष्ट रूप से स्वस्थ व्यक्तियों के मामले शामिल थे, जिनमें कोई अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या नहीं थी, जिनकी 1 अक्टूबर 2021 और 31 मार्च 2023 के बीच अस्पष्ट कारणों से अचानक मृत्यु हो गई थी।

About News Desk (P)

Check Also

लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज में दो हाथियों के बीच हुआ खूनी संघर्ष, एक की मौत

कोटद्वार:  उत्तराखंड में लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत पनियाली बीट के आरक्षित ...