अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Temple) में रामलला (Ram Lalla) का सिंहासन बनकर तैयार हो गया है. 22 जनवरी को इसी सिंहासन पर रामलला की मूर्ति स्थापित की जाएगी. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले तीन फीट ऊंचे संगमरमर के सिंहासन पर सोना मढ़ा जाएगा और यह काम इसी महीने के अंत तक पूरा होने की संभावना है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘मूल मुहूर्त’ दोपहर 12:29:08 बजे से 12:30:32 बजे तक 1 मिनट 24 सेकंड लंबा होगा और यह वाराणसी के पंडितों द्वारा तय किया गया है. इस ‘मुहूर्त’ का शुद्धिकरण भी किया जाएगा.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मूल मुहूर्त पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और पंडित विश्वेश्वर शास्त्री ने तय किया है. पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन और 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के शिलान्यास का समय भी तय किया था. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सभी संप्रदायों के लगभग 4,000 संतों को आमंत्रित किया गया है. प्रतिष्ठा समारोह अनुष्ठान 16 जनवरी को शुरू होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अंतिम अनुष्ठान करेंगे.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने के अलावा मंदिर शहर के लिए नई परियोजनाओं की घोषणा करने के लिए अयोध्या जाएंगे. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गुरुवार को अयोध्या पहुंचे थे और राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर और भगवान रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर चल रही तैयारियों का जायजा लिया.
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंचने पर सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया. संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने रामलला (भगवान राम के बाल स्वरूप)के दर्शन, आरती व परिक्रमा की. मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति का भी जायजा लिया. रामलला के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा की. यहां श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री को निर्माण से जुड़ी जानकारी दी.