चालू वित्त वर्ष में 11 जनवरी 2024 तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14.70 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह सालाना लक्ष्य के करीब 81 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। सरकार ने बजट में प्रत्यक्ष कर (व्यक्तिगत आयकर और कॉरपोरेट कर) से 18.23 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले वित्त वर्ष के 16.61 लाख करोड़ रुपये के संग्रह से 9.75 प्रतिशत अधिक है।
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.70 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 19.41 प्रतिशत अधिक है। यह संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमानों का 80.61 प्रतिशत है।”
1 अप्रैल, 2023 से 10 जनवरी, 2024 के दौरान 2.48 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं। सकल आधार पर, 10 जनवरी, 2024 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह में स्थिर वृद्धि दर्ज की गई।इस दौरान कंपनी का सकल संग्रह 17.18 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के सकल संग्रह से 16.77 प्रतिशत अधिक है।
सकल कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) में वृद्धि दर क्रमश: 8.32 प्रतिशत और 26.11 प्रतिशत रही। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.37 प्रतिशत और पीआईटी संग्रह में 27.26 प्रतिशत रही।